जयपुर: पुलिस व भीड़ के बीच गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत होने के बाद राजस्थान के गांव सनवर्दा में गुरुवार को स्थिति तनावपूर्ण रही। पुलिस ने कहा कि बुधवार की हिंसा के बाद नागौर जिले के सनवर्दा गांव में कर्फ्यू लगाया गया। पुलिस द्वारा जून में एक गैंगस्टर के मारे जाने के खिलाफ विरोध जताने के लिए राज्य भर से हजारों लोग इस गांव में बुधवार को जमा हुए थे। नागौर से एक अधिकारी ने आईएएनएस को टेलीफोन पर बताया, "स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है।"
अधिकारी ने कहा कि सनवर्दा गांव में बुधवार की रात भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया व हथियार छीन लिए और एक पुलिस वाहन को आग लगा दी। इसमें 30 पुलिसकर्मियों सहित 33 लोग घायल हो गए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एन.आर.के. रेड्डी ने आईएएनएस से कहा कि इसमें एक पुलिस अधीक्षक भी घायल हुए हैं। रेड्डी ने कहा, "हरियाणा से आए एक व्यक्ति कि बुधवार को हुई गोलीबारी में मौत हो गई। लेकिन, किसने उस पर गोली चलाई, यह जांच का विषय है।"
उन्होंने कहा कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पांच से छह प्रदर्शनकारी भी घायल हुए, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया। तीन गंभीर रूप से घायल पुलिस कर्मियों को जयपुर अस्पताल रेफर किया गया है। भीड़ ने 24 जून को गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।सिंह के परिवार का दावा है कि उसके द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने की इच्छा जाहिर करने के बावजूद उसे मार दिया गया। उन्होंने आनंद की हत्या में राजनीतिक साजिश होने का आरोप लगाया।
पुलिस ने कहा कि इलाके में बुधवार की रात को इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इसे गुरुवार को बढ़ाकर चुरु व सीकर जिले में भी कर दिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमने बुधवार से 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।"
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