नई दिल्ली: बांग्लादेश की विवादित लेखिका तसलीमा नसरीन ने इस्लामी कट्टरपंथियों से मिली हत्या की धमकी के मद्देनजर अमेरिका में पनाह ले ली है। अमेरिकी एनजीओ 'सेंटर फोर इन्क्वॉयरी' (सीएफआई) की मदद से तसलीमा 27 मई को न्यू यॉर्क पहुंचीं।
गौरतलब है कि फरवरी 2015 से लेकर अब तक बांग्लादेश में धर्मनिरपेक्षता के पक्ष में आवाज उठाने वाले 3 ब्लॉगरों की हत्या कर दी गई है। सीएफआई ने निर्भीकता और निडरता से सोचने और लिखने वालों की मदद के लिए इमर्जेंसी फंड बनाया है।
आतंकी संगठन अलकायदा ने रूढ़िवादी इस्लामिक परंपराओं को निशाना बनाने वाले बांग्लादेश के लेखकों को हत्या की धमकी दी है। अविजीत रॉय, वशीकुर रहमान और अनंत बिजोय दास की हत्या के पीछे अलकायदा का ही हाथ था। खुद अलकायदा ने विडियो जारी कर इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली थी।
तसलीमा की मदद के लिए सेंटर फोर इन्क्वायरी उस समय आगे आया, जब अलकायदा ने तसलीमा को अगला निशाना बनाने की धमकी दी। उनकी मदद के लिए इमर्जेंसी फंड भी तैयार किया गया है।
इस फंड के पैसों से वह अपने रहने-खाने और सुरक्षा का इंतजाम कर सकती हैं। इसके अलावा एनजीओ लोगों से फंड में दान करने की भी अपील करेगा।
सेंटर फोर इन्क्वायरी के सीईओ और अध्यक्ष रोनाल्ड ए. लिंडसे ने कहा कि तसलीमा एक सच्ची इंटरनैशनल रोल मॉडल हैं। उनके काम और साहस से सभी आयु वर्ग के लोगों को रूढ़िवादी और घिसीपिटी परंपराओं से टकराने की प्रेरणा मिलती है।
अब उनकी जान खतरे में है तो ऐसे वक्त पर हम मुंह नहीं मोड़ सकते। बहरहाल, तसलीमा ने एक ट्वीट भी किया है कि वह अमेरिका में हल्दीराम की भुजिया खा रही हैं।
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