नई दिल्ली: भारत-चीन की बातचीत पर आधिकारिक बयान सामने आया है। सेना ने कहा है कि दोनों देशों के अधिकारी आपस में बातचीत करते रहेंगे। मिलिट्री और डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए दोनों देशों में बातचीत होती रहेगी। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में जारी सैन्य गतिरोध के बीच भारत और चीन ने शुक्रवार को अपने ‘मतभेदों’ को विवाद में नहीं बदलने देने की प्रतिबद्धता जताई।
गौरतलब है कि महीने भर से सीमा पर चल रहे तनाव को दूर करने के एक बड़े प्रयास के तहत भारत और चीन की सेनाओं के बीच लेफ्टनेंट जनरल स्तर तक की बातचीत भी हो रही है। भारत की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह मीटिंग लीड कर रहे हैं, वहीं चीन की तरफ से बातचीत का जिम्मा चाइनीज़ आर्मी के मेजर जनरल लियु लिन ने संभाला है।
लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और चीन आर्मी के मेजर के सामने LAC का वो नक्शा भी है जिसके जरिए सीमा विवाद को लेकर बातचीत हो रही है। ऐसी संभावना है कि आज की बातचीत के बाद अगले दौर की बातचीत का समय निर्धारित होगा।
चीन ने भारत के ख़िलाफ़ अपने पश्चिमी थियेटर कमांड के प्रमुख को बदल दिया है, पहले इसके कमांडर जनरल झाओ ज़ोंगकी थे जो 2016 से इस कमांड को लीड कर रहे थे, और अब इस फ्रंट के लिये शू किलिंग को नियुक्त किया गया है।
साफ है कि चीन को घेरने के लिए भारत की घेराबंदी का असर नजर आने लगा है, चीन ने बातचीत से ठीक पहले जिस तरह से अपने कमांडर को बदला है, उससे साफ है चीन इस मामले पर पूरी तरह से बैकफुट पर है।
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