A
Hindi News भारत राष्ट्रीय जब विवेकानंद ने कहा था ‘एक और विवेकानंद चाहिए’ जानिए क्‍यों ?

जब विवेकानंद ने कहा था ‘एक और विवेकानंद चाहिए’ जानिए क्‍यों ?

स्वामी विवेकानंद अपना पूरा जीवन अपने गुरु गुरूदेव रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर चुके थे। स्वामी विवेकानन्द के ही प्रयासों से दुनिया को गुलाम भारत के इस अनमोल खजाने का पता चला जिसके बाद पूरे विश्व में शांति पाने के लिए भारत से सीखने की होड़ शुरु हो गई

swami vivekanand

महान ग्रंथों की रचना की

'योग', 'राजयोग' तथा 'ज्ञानयोग' जैसे ग्रंथों की रचना करके विवेकानन्द ने युवा जगत को एक नई राह दिखाई थी, जिसका प्रभाव लोगों पर युगों-युगों तक छाया रहेगा। कन्याकुमारी में निर्मित उनका स्मारक आज भी उनकी महानता की कहानी कहता है।
 

और जब उन्‍होंने कहा एक और विवेकानंद चाहिए।

Latest India News