दिल्ली दंगों पर बोले स्वामी रामदेव, 'लोगों के अंदर फैले जहर को खत्म करने की जरूरत'
बड़े और कड़े फैसले लेने होंगे.. डर और अविश्वास पैदा हुआ है उसे खत्म करने की जरूरत है।
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में हुए दंगे में कई घर तबाह हो गए। इस दंगे में 42 लोगों की मौत हो गई जबकि दो सौ से ज्यादा लोग घायल हुए। इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम में स्वामी रामदेव ने कहा कि सत्ता पक्ष हों या विपक्ष हों इतनी नफरत भर दी गई है कि लोग एक-दूसरे का विध्वंस करने पर तुले हैं। गहरी खाई है जिस भरने की जरूरत है। अभी-भी आग पूरी तरह नहीं बुझी है, भीतर-भीतर आग सुलग रही है.. बड़े और कड़े फैसले लेने होंगे.. डर और अविश्वास पैदा हुआ है उसे खत्म करने की जरूरत है। हिंदुस्तान सबका है, यह जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का है।
नेताओं की तरफ से दिये गए बयानों के सवाल पर स्वामी रामदेव ने कहा- बयान देनेवालों का कुछ नहीं बिगड़ता, निर्देष लोग मारे जाते हैं...हजारों करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है। 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा- भड़काऊ बयान देनेवालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वो कोई भी हो, हिंदू हो या मुसलमान हो। देश संविधान से ही चलेगा।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो घृणा और नफरत पैदा करनेवाले लोग हैं, उनलोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के जिम्मेदार लोगों को आगे आकर दोनों समुदायों के बीच खड़ी दीवार को गिराने की जरूरत है। हिंदू-मुसलमान के झगड़े से देश आगे नहीं बढ़ेगा, देश को आगे बढ़ाने के लिए हमें एकजुट होना पड़ेगा।
स्वामी रामदेव ने कहा- 'सीएए पर कुछ लोग भड़काऊ बातें कर रहे हैं कि मुसलमानों को देश से निकाल दिया जाएगा जो कि बिल्कुल गलत है। ये बातें कही जा रही है कि अगर तुम अभी सड़कों पर नहीं उतरे तो फिर तुम्हारे सारे अधिकार छीन लिये जाएंगे। एक बड़ा राजनीतिक समूह लोगों को भड़काने का काम कर रहा है।' कुछ सिरफिरे लोग हर जगह हैं, उनकी कोई औकात नहीं, जो जिम्मेदार लोग हैं उन्हें अपनी भूमिका बड़ी जिम्मेदारी से निभानी होगी।
स्वामी रामदेव ने कहा-'आगे इस तरह के झगड़े न हो इसके लिए हमें कुछ बड़ा करना होगा।' उन्होंने कहा कि पुलिस एक्ट में रिफॉर्म करने की बहुत ज्यादा जरूरत है। हर जिले और तहसील स्तर पर पूरे देश में पीस कमेटी का गठन करना चाहिए। इसमें हिंदू-मुसलमान दोनों के जिम्मेदार लोगों को आगे आना होगा।