नई दिल्ली: सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले की जांच करने वाले एसडीएम एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी अपनी गोपनीय रिपोर्ट में इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर की ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उनकी हत्या की गई थी। सुनंदा की मौत के केस की पहली जांच रिपोर्ट जो कि तत्कालीन डीसीपी बीएस जयसवाल ने तैयार की थी, जिसमे एसडीएम वसंत विहार आलोक शर्मा ने साफ लिखा था कि होटल लीला में स्पॉट का जायजा लेने के बाद इसमे कोई दोराय नहीं है कि सुनंदा ने खुदकुशी नही की थी। पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक भी सुनंदा की मौत की वजह जहर बताई गई थी।
इस गोपनीय रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक 52 वर्षीय सुनंदा पुष्कर जहर से हुई। उन्हें एल्प्राजोलाम जहर का डोज दिया गया था। सुनंदा के शरीर पर मिले सभी जख्म जबरन दिए गए। हालांकि, ये जख्म इंजेक्शन मार्क को छोड़कर मौत का कारण नहीं बन सकते और उनके शरीर पर ये जख्म हाथापाई के दौरान आए।
इस रिपोर्ट में सुनंदा पुष्कर के शरीर पर मिले जख्मों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि सुनंदा के शरीर पर इंजेक्शन लगाने और दांत से कांटने के निशान मिले। कुछ घाव ऐसे मिले जो उनकी मौत से 12 घंटे पहले से लेकर 4 दिन के दौरान दिए गए।
गोपनीय नोट में आगे कहा गया है कि, यह कहना मुनासिब होगा कि सुनंदा पुष्कर के शरीर पर हाथापाई के निशान थे। सुनंदा पुष्कर और उनके पति शशि थरूर के निजी सहायक नरायन सिंह के बयान को देखने पर ऐसा लगता है कि सुनंदा के शरीर पर ये चोट के निशान उनके पति शशि थरूर के साथ हुई हाथापाई के दौरान आए होंगे। हालांकि, इस तथ्य की जांच आगे की जाएगी।
गौरतलब है कि 17 जनवरी 2014 को दिल्ली के लीला पैलेस होटल के एक कमरे में कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की लाश संदिग्ध हालत में मिली थी। सुनंदा की मौत के चार साल बीत जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस अब तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है।
Latest India News