नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में पिछले साल की तुलना में इस साल आवेदन 30 हजार कम आए है। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारी से जब इसका कारण पूछा गया तो उन्होनें बताया कि ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के कारण इस साल कम आवेदन आए है। इस वर्ष विश्वविद्यालय में कई नए पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए है तथा सीटों की संख्या भी 2000 बढ़ा दी गई है। डीयू में कम आवेदन का प्रभाव कट ऑफ में भी देखने को मिलेगा। इस साल यह आशा जताई जा रही है कि डीयू की कट ऑफ पिछले साल के मुकाबले कम हो सकती है। ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
पिछले साल सात कट ऑफ आई थी परन्तु इस साल पांच कट ऑफ में ही सीट भरने का प्रयास किया जाएगा। डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जीके अरोड़ा का कहना है कि सेंट स्टीफंस कॉलेज की कट ऑफ लिस्ट ने डीयू के कट ऑफ लिस्ट की स्थिती बता दी है। सेंट स्टीफंस कॉलेज की कट ऑफ पिछले वर्ष के मुकाबले कॉफी कम आई है। कई विषयों में कट ऑफ की गिरावट 0.75 अंक तक दर्ज की गई है। इसके अलावा अर्थशास्त्र विषय की कट ऑफ में बढ़ोतरी हुई है।
सेंट स्टीफंस कॉलेज में जिस तरह कट ऑफ लिस्ट प्रभावित हुई है आशा की जा रही है कि ऐसा ही असर डीयू के सभी कॉलेजो में देखने को मिलेगा। आवेदकों की संख्या कम रहने के कारण इस बार कट ऑफ में कमी आने की संभावना है। जिससे छात्रों को काफी राहत मिल सकती है। डीयू में आवेदन करने वाले लगभग 80% छात्र सीबीएसई से आते है परन्तु इस बार सीबीएसई का रीजल्ट अच्छा नहीं आया जो कट ऑफ को प्रभावित कर सकती है।
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