भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय बालरंग समारोह में मंगलवार को स्कूली बच्चों के जिम्मे वेटर का काम रहा। वे स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह सहित अन्य अफसरों को चाय और नाश्ता परोसते नजर आए। मंत्री को इसमें कोई बुराई नजर नहीं आती। श्यामला हिल्स स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय बालरंग समारोह में 26 राज्यों के 550 स्कूली बच्चे और प्रदेश के स्कूलों के करीब 10 हजार बच्चों की हिस्सेदारी रहेगी।
इस मौके पर बच्चों को चाय नाश्ता परोसने का जिम्मा सौंपा गया। मंत्री और अफसरों के सामने विद्यालय की ड्रेस में हाथ में ट्रे थामे बच्चों को देखकर वहां मौजूद किसी को अच्छा नहीं लगा, मगर स्कूल शिक्षा मंत्री शाह को इसमें कोई बुराई नजर नहीं आई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बच्चे यहां अपना विकास करने आए हैं, अतिथि का सत्कार कैसे किया जाता है, यह भी तो उन्हें सीखना चाहिए। वहीं लोकशिक्षण की संचालक अंजू भदौरिया बच्चों से वेटर का काम कराए जाने को उचित नहीं मानती हैं।
मंत्री विजय शाह ने उद्घाटन समारोह में कहा कि बालरंग में विभिन्न राज्यों से आए बच्चों से सभी को देश की विविधतापूर्ण संस्कृति को जानने का बेहतर अवसर मिलेगा। उन्होंने जीवन में स्वच्छता के महत्व के बारे में भी बच्चों को बताया। मंत्री बाद में स्कूल बैंड प्रतियोगिता स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, "बैंड हमें संगीत के साथ अनुशासन की भी सीख देता है। बालरंग समारोह में पहली बार प्रतियोगिता के रूप में स्कूल बैंड को शामिल किया गया है।"
राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के निदेशक प्रोफेसर सरित क़े चौधुरी ने कहा कि मानव संग्रहालय देशभर में मानव जीवन की विरासत को समझने के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में पहचाना जाता है। यहां आए बच्चे इस संग्रहालय को देखकर अपना ज्ञान बढ़ाएंगे।
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