कश्मीर पर बेकार का रोना बंद करे पाकिस्तान, आतंकवाद को खत्म करे: राजनाथ सिंह
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के फैसले पर अनावश्यक रूप से रोना बंद करना चाहिए।
लेह: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के फैसले पर अनावश्यक रूप से रोना बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बजाय पाकिस्तान को अपनी सरजमीं से संचालित आतंकी ढांचों को नेस्तनाबूद करने पर ध्यान देना चाहिए। कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के माहौल में सिंह ने यहां कहा कि पाकिस्तान का कश्मीर पर कोई हक नहीं है तथा उसे भारत के आंतरिक मामलों में दखल देना बंद कर देना चाहिए।
जम्मू कश्मीर पर सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद रणनीतिक रूप से महत्व वाले क्षेत्र के पहले दौरे पर गये सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को अब गिलगित बल्तिस्तान में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर ध्यान देना चाहिए। यहां रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कश्मीर उसके साथ कब था जो वह इसके लिए रो रहा है। बल्कि पाकिस्तान भारत का ही हिस्सा है। तुम किस बात से व्यथित हो। अनावश्यक तरीके से क्यों रो रहे हो। रोना बंद करो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सच यह है कि गिलगित बल्तिस्तान समेत पीओके (पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला कश्मीर) पाकिस्तान के अवैध नियंत्रण में है। पाकिस्तान को पीओके में मानवाधिकार उल्लंघन और अत्याचारों पर ध्यान देना चाहिए।’’
सिंह ने संसद में फरवरी 1994 में पारित एक प्रस्ताव का उल्लेख किया जिसमें कहा गया था कि गिलगित-बल्तिस्तान समेत पूरा पीओके भारत का हिस्सा है। सिंह ने कहा कि हम एक अलग देश बनने के बाद पाकिस्तान के अस्तित्व का सम्मान करते हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह जो चाहे कहता रहेगा और योजनाबद्ध तरीके से कश्मीर पर बयान देता रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया का कोई देश इसकी इजाजत नहीं देगा। कश्मीर भारत का हिस्सा है और किसी को इस बारे में कोई संदेह नहीं है।’’
रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि लद्दाख भारत का रणनीतिक महत्व वाला क्षेत्र है तथा सरकार इसका समग्र विकास सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘तुम क्यों चिंतित हो? पहले तुम अपने देश में आतंकवाद समाप्त करो। पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है। हम और हमारे प्रधानमंत्री पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते चाहते हैं। हम संवाद के जरिये समाधान के पक्ष में हैं। लेकिन जब तुम आतंकवाद का इस्तेमाल कर भारत को अस्थिर करने की कोशिश करते रहोगे तो वार्ता कैसे हो सकती है। पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बारे में जानता है।’’
सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करना भाजपा का पुराना वादा रहा है और यह फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘इस मुद्दे पर कोई देश पाकिस्तान के साथ नहीं है।’’ सिंह ने हिंदी मुहावरे ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ का जिक्र करते हुए इशारा किया कि पाकिस्तान का कश्मीर से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर पर बेकार का राग अलापने, चिंता दिखाने की जरूरत नहीं है। हम जनता की आकांक्षाओं को समझते हैं।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने फोन पर बातचीत में उनसे कहा था कि अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाना भारत का आंतरिक मामला है।
सिंह ने कहा, ‘‘जब हमने लद्दाख को अलग केंद्रशासित क्षेत्र बनाने के लिए कानून बनाया तो हमने न केवल यहां की जनता की भावनाओं का सम्मान किया बल्कि लोगों की समस्याओं का समाधान भी दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया है कि भारत के रणनीतिक क्षेत्रों के लिए स्थानीय तरीके से समाधान निकाले जाएंगे।’’ सिंह यहां डीआरडीओ के डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ हाई आल्टीट्यूड रिसर्च द्वारा आयोजित ‘किसान जवान विज्ञान मेला’ लद्दाख में शिरकत करने आये थे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन लद्दाख में रणनीतिक पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।