SSC ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार
यह गैंग इलेक्ट्रानिक डिवाइस और रिमोट एक्सेस टूल के जरिए आनलाइन परीक्षा में पेपर साल्व करवाता था। गैंग एसएससी ऑनलाइन परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए 100-150 सॉल्वरों का इस्तेमाल कर रहा था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने दिल्ली पुलिस की मदद से एसएससी ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का पदार्फाश करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को दिल्ली के तिमारपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। यह गैंग इलेक्ट्रानिक डिवाइस और रिमोट एक्सेस टूल के जरिए आनलाइन परीक्षा में पेपर साल्व करवाता था। गैंग एसएससी ऑनलाइन परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए 100-150 सॉल्वरों का इस्तेमाल कर रहा था। एसटीएफ फरार चल रहे गिरोह के सरगना को तलाश रही है।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बुधवार को बताया कि यूपी एसटीएफ को एसएससी की ऑनलाइन परीक्षा में साल्वर गैंग के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। टीम को पता चला था कि साल्वर गैंग अभ्यर्थियों से 15 लाख रुपये लेकर साल्वरों के जरिए परीक्षा दिलाने वाला है। एसटीएफ ने दिल्ली पुलिस की मदद से मंगलवार को दिल्ली के तिमारपुर थाना क्षेत्र के गांधीबिहार में मकान न-बी-251,252 छापा मारा और वहां से चार युवकों सोनू कुमार निवासी गाजियाबाद, अजय कुमार व परमजीत सिंह निवासी बहादुरगढ़ हरियाणा और गौरव नैय्यर निवासी दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, 05 ब्लूटूथ डिवाईस, 04 पैन ड्राईव, 03 कार बरामद हुई है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंग का सरगना हरियाणा का हरपाल जो मकान मालिक होने के साथ आरोपी गौरव का जीजा है। वे लोग एक अभ्यर्थी से 10 से 15 लाख रुपये पास कराने के लिए लेते थे और परीक्षा के लिए करीब 150 साल्वरों की मदद ली जाती थी। एसएसपी ने बताया कि ये लोग टीम न्यूवर और एम्मवाईवाई जैसे साल्वर रिमोट एक्सेस टूल्स के जरिए परीक्षार्थी के कम्पूटर को एक्सेस कर लेते थे और दूर बैठकर अपने लैपटॉप से ही पेपर सॉल्व कर देते थे। जहां यह टूल्स काम नही करते वहां कम्प्यूटर लैब में ही परीक्षार्थी के कम्प्यूटर की लैन सर्वर से अपने लैपटॉप से जोड़कर पेपर सॉल्व करते थे। इन लोगों की दिल्ली में 10-12 कम्प्यूटर लैब है।
एसएससी परीक्षा का टेंडर पाने वाली कम्पनी सीफी (एसआईएफआई) के कर्मचारी दीपक भी गिरोह में मिला हुआ है। ये लोग एक दिन में एक लैब से 15 लोगों को पेपर सॉल्व कराते हैं। इस प्रकार से एक दिन में कुल 180 परीक्षार्थियों के पेपर अवैध तरीके से सॉल्व करा रहे हैं। एसटीएफ की पूछताछ में आरोपियों ने अन्नू व दीपक के अलावा कई सदस्यों के नाम बताए हैं। इस मामले की एफआईआर उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर थाने में दर्ज की गई है। अब दिल्ली पुलिस इस रैकेट का पूरी तरह से खुलासा करने में जुटी है।