श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शनिवार को पिछले 39 सालों में अक्टूबर का सबसे सर्द दिन रहा। इससे पहले अक्टूबर का सबसे सर्द दिन 28 अक्टूबर 1982 को रिकॉर्ड किया गया था और उस साल तापमान 5°C था। शनिवार को श्रीनगर में काफी ठंड महसूस की गई और तापमान 6°C रहा जो 28 अक्टूबर 1982 के बाद सबसे कम है। वहीं, केंद्र शासित प्रदेश के कई इलाकों में खराब मौसम के बीच बडगाम पुलिस ने नाग्बल युसमर्ग (सलामनक नाग्बल टॉप) में ऊंचाई पर तेज हवाओं और बर्फबारी में फंसे बंजारों के 4 परिवारों को रेस्क्यू किया।
बर्फबारी में फंस गए थे बंजारों के 4 परिवार
नाग्बल में बर्फबारी में फंसे बंजारों के इन 4 परिवारों में कुल 16 सदस्य थे और वे बर्फबारी में फंस गए थे। पुलिस पोस्ट पाखेरपोरा को नाग्बल यूसमार्ग में काफी ऊंचाई पर तंबू लगाए बंजारों ने मदद के लिए कॉल की। वहां भारी बर्फबारी के बाद हिमस्खलन की आशंका के बीच कुल 4 परिवार फंस गए थे। चौक अधिकारी पाखरपोरा इरशाद अहमद के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें मौके से सुरक्षित निकालने के लिए एक टीम भेजी गई। बंजारों के तंबू बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे इसलिए उन्हें वहां से निकालकर अस्थायी रूप से सरकारी हाई स्कूल नागबल में स्थानांतरित कर दिया गया।
बर्फबारी और भारी बारिश ने ली 3 की जान
बता दें कि कश्मीर के कई हिस्सों में शनिवार को बर्फबारी तथा मैदानी इलाकों में भारी बारिश से 3 लोगों की मौत हो गई, वहीं सेब बागानों को भी व्यापक नुकसान हुआ। मौसम में बदलाव से सर्दी शुरू होने जैसे हालात बन गए हैं। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछली रात से हो रही बारिश की वजह से पुलवामा के त्राल के नूरपुरा में मिट्टी खिसक गई और बंजारों का एक तंबू इसकी चपेट में आ गया। इस घटना में 2 महिलाओं सहित 3 लोगों की मौत हो गयी। एक व्यक्ति को बचा लिया गया, जिसकी हालत नाजुक है। पीड़ित बंजारे जम्मू डिवीजन के रियासी जिले के निवासी थे। (भाषा से इनपुट्स के साथ)
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