चेन्नई. समुद्र में हर रोज बढ़ी संख्या में नाव विभिन्न वजहों से जाती है। इनमें से कुछ नौकाएं मछुआरों की होती हैं। खराब मौसम में मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है। कई बाहर अचानक मौसम खराब होने पर मछुआरों के साथ दुर्घटनाएं भी हुई हैं।
ऐसा ही एक वाक्या रविवार सुबह हो जाता अगर Indian Coast Guard’s Maritime Rescue Coordination Centre की टीम घटना स्थल पर न पहुंचती। दरअसल रविवार सुबह श्रीलंकाई मछुआरों की नाव समुद्र में ऊंची लहरों की वजह से पलट गई। नजदीक ही गश्त कर रही MRCC की टीम ने डूबती हुई नांव को देखकर रेस्क्यू ऑपरेशन शूरू कर दिया और सभी 6 श्रीलंकाई मछुआरों को बचा लिया।
तटरक्षक ने यहां जारी एक बयान में कहा कि व्यापारिक पोत विशाखापत्तनम जा रहा था, तभी उसने चेन्नई से लगभग 170 समुद्री मील की दूरी पर एक मछली पकड़ने वाली नौका को पलटते देखा, जिसपर छह लोग सवार थे। बयान में कहा गया है कि व्यापारिक पोत ने एमआरसीसी, मुंबई को सूचना भेजी, जिसने एमआरसीसी, चेन्नई को आगे के समन्यवय के लिए सूचना शेयर कर दी।
सभी छह बचाए गए लोगों की पहचान श्रीलंका के त्रिंकोमाली के नागरिकों के रूप में हुई है। वे कथित तौर पर समुद्र में भटक गए थे और चार दिनों से खराब मौसम का सामना कर रहे थे। एमआरसीसी, चेन्नई ने इसके बाद बचाए गए लोगों के विवरणों के सत्यापन के लिए यहां श्रीलंका के उप उच्चायोग और एमआरसीसी कोलंबो के साथ समन्वय किया और उनकी सुरक्षित घर वापसी का बंदोबस्त किया।
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