नई दिल्ली. रूस ने कोरोना की वैक्सीन बना लेने का दावा किया। रूस ने इस वैक्सीन का नाम Sputnik V रखा है। रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड के सीईओ Kirill Dmitriev ने कहा कि भारत में दुनिया की करीब साठ फीसदी वैक्सीनों का उत्पादन किया जाता है। हम संबंधित मंत्रालयों और भारतीय सरकार के अलावा भारत में दवा क्षेत्र के अग्रणी उत्पादकों से भी Sputnik V को लेकर बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम न केवल भारतीय बाजारों में, बल्कि अन्य देशों के लिए भी वैक्सीन के उत्पादन के लिए भारत की क्षमता को पहचानते हैं और हमने यहां की अग्रणी कंपनियों के साथ कुछ समझौते किए हैं।
‘एस्ट्राजेनेका’ का कोविड-19 टीका परीक्षण के तीसरे चरण में पहुंचा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए ‘एस्ट्राजेनेका’ द्वारा विकसित टीका परीक्षण के तीसरे चरण में पहुंच गया है और यह अंतिम मंजूरी मिलने के करीब है। कई एजेंसियों के समूह ‘ऑपरेशन वार्प स्पीड’ के तहत इस टीके का तीसरे चरण का परीक्षण किया जा रहा है।
अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा संस्थान के नेतृत्व वाले इस समूह का लक्ष्य कोविड-19 के चिकित्सकीय उपाय के विकास में तेजी लाना और जनवरी 2021 तक प्रभावी टीके की 30 करोड़ खुराक मुहैया कराना है।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि ‘एस्ट्राजेनेका’ का टीका परीक्षण के तीसरे चरण में पहुंच गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह टीकों के अन्य समूहों का हिस्सा बन रहा है, जिनका परीक्षण जल्द पूरा हो जाएगा और अंतिम मंजूरी के लिए तैयार हो जाएगा।’’ ‘एस्ट्राजेनेका’ कोविड-19 का टीका बनाने की दौड़ में सबसे आगे चल रही कंपनियों में से एक है। इसके अलावा ‘मॉर्डना इंक’ और ‘पीफाइजर इंक’ द्वारा विकसित टीके भी तीसरे चरण के परीक्षण में हैं।
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