CWC: सोनिया गांधी ने कहा लॉकडाउन से 12 करोड़ नौकरियां गई, देश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग पर उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने आज देश में जारी कोरोना वायरस की जांच पर जबर्दस्त हमला बोला। सोनिया गांधी ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग नहीं हो पा रही है।
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने आज देश में जारी कोरोना वायरस की जांच पर जबर्दस्त हमला बोला। सोनिया गांधी ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग नहीं हो पा रही है। वहीं जो टेस्टिंग किट्स राज्यों को दी गई हैं उनकी क्वालिटी भी बेहद खराब है। दिल्ली में कॉग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने लॉकडाउन के दौरान बेरोजगारी बढ़ने पर भी चिंता जताई। कांग्रेस अध्यक्षा के अनुसार लॉकडाउन के पहले फेज के दौरान ही देश में 12 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं। यह भी पढ़ें : अमेरिका पर हुआ हमला, ट्रंप ने Coronavirus को लेकर दिया ये बयान
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि तीन हफ्ते पहले हुई वर्किंग कमेटी की बैठक से लेकर आज तक देश में कोरोना वायरस के प्रसार और रफ्तार दोनों में तेजी आ गई है। इस दौरान विशेष रूप से देश के किसान, खेत मजदूर, प्रवासी मजदूरों, निर्माण श्रमिकों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की हालात बद से बदतर हो गई है। वहीं उद्योगों और कारोबारों के पहिए थमने से करोड़ों परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। इसके बावजूद केंद्र सरकार 3 मई के बाद लॉक डाउन खोलने की रूपरेखा स्पष्ट नहीं कर पाई है।
लॉकडाउन के दौरान गईं 12 करोड़ नौकरियां
सोनिया गांधी ने कहा कि लॉकडाउन के पहले चरण के दौरान ही देश में 12 करोड़ लोगों के हाथ से काम छूट गया था। यदि आगे भी कोरोबारी गतिविधियां बाधित रहीं तो हालत और भी खराब हो जाएगी। ऐसे में जरूरी है कि सरकार प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 7500 रुपए उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि 11 करोड़ लोग अभी भी सरकार की जनवितरण प्रणाली से बाहर हैं, जिन्हें सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सरकार को इन्हें भी भोजन उपलब्ध कराने के प्रयास करने चाहिए। यह भी पढ़ें : Coronavirus Cases in India: 12 घंटे में 299 लोग कोरोना वायरस से हुए ठीक, लेकिन 29 की मौत, कुल आंकड़ा 21393
टेस्टिंग पर उठाए सवाल
सोनिया गांधी ने देश में जारी टेस्टिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि अभी भी भारत में पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग नहीं की जा रही है। वहीं राज्यों को जो टेस्टिंग किट्स उपलब्ध कराई गई हैं उनकी गुणवत्ता बेहद खराब है। वहीं डॉक्टरों और हेल्थकेयर में जुटे लोगों को पर्याप्त मात्रा में और बेहतर क्वालिटी की किट नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को लॉकडाउन के बाद से कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री को कई सुझाव भेजे गए लेकिन उन्होंने अभी तक किसी पर ध्यान नहीं दिया है।