नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सर्वदलीय बैठक में कई सवाल उठाए और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन के मुद्दे पर सरकार को विपक्षी दलों के साथ बैठक पहले ही बुला लेनी चाहिए थी जब 5 मई को चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा में घुसने की खबर आई थी। हालांकि, सोनिया गांधी ने कहा कि पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ा है।
सोनिया गांधी ने कहा कि इस घटना के कई पहलुओं को लेकर विपक्ष अभी भी अंधेरे में है, उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि किस दिन चीनी सैनिक भारत की सीमा में घुसे, और कब सरकार को उन सैनिकों के घुसने की खबर लगी? क्या हमारी बाहरी इंटेलिजेंस एजेंसियों ने एलएसी पर असमान्य गतिविधियों के बारे में नहीं बताया और क्या मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इस बारे में सरकार को जानकारी नहीं दी? सोनिया गांधी ने सरकार से पूछा कि क्या यह एक इंटेलिजेंस असफलता है?
सोनिया गांधी ने कहा कि पूरा देश सरकार से यह भरोसा चाहता है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर पूरानी स्थिति बहाल हो और चीनी सैनिक वापस जाएं। सोनिया गांधी ने कहा कि पूरा देश अपने सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है। सोनिया गांधी ने अपने वक्तव्य के शुरुआत में गलवान घाटी में सैनिकों की शहादत पर शोक व्यक्त किया।
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