नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अबतक देश में 538 लोग कोरोना के पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें से 35 ऐसे मामले भी शामिल हैं जो ठीक हो चुके हैं, वहीं 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इस महामारी से निपटने के लिए देश के प्रमुख स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान ICMR ने सोशल डिस्टेंसिंग को अहम बताया है। ICMR ने दावा किया है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के सुझाव का कड़ाई से पालन करने से कोरोना वायरस महामारी से निपटा जा सकता है।
ICMR के अनुसार ऐसा करने से कुल संभावित मामलों की संख्या 60 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। वहीं इस तरह के मामले में सर्वाधिक 89 प्रतिशत की कमी आएगी।
कोविड-19 के प्रसार की शुरूआती समझ के आधार पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने जो गणितीय मॉडल तैयार किया है, उसके मुताबिक कोरोना वायरस के संदिग्ध लक्षणों वाले यात्रियों की प्रवेश के समय स्क्रीनिंग से अन्य लोगों में वायरस के संक्रमण को एक से तीन सप्ताह तक टाला जा सकता है।
बता दें कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते देश लॉकडाउन की स्थिति में है। देश में कुल 720 जिले हैं, इसमें से 560 जिलों को लॉकडाउन कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा के अलावा केंद्र शासित प्रदेश लक्षदीव को छोड़ दें तो देश के 32 राज्यों में पूर्ण लॉकडाउन लागू है। इन तीनों राज्यों के 58 जिलों को लॉकडाउन किया गया है। इसके साथ ही पंजाब, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, पुडुचेरी के अलावा मध्य प्रदेश के भोपाल और जबलपुर जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
रेलवे का परिचालन भी रोक दिया गया है सिर्फ मालगाड़ियों का चलाए जाने की अनुमति दी गई है, इसी कड़ी में नागर विमानन मंत्रालय ने ऐलान किया है कि बुधवार से भारत में किसी भी घरेलू उड़ान सेवा का परिचालन नहीं होगा। सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि बहुत जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें, हांलाकि बड़ी संख्या में लोग इसका पालन कर रहे हैं फिर भी कुछ लोग सड़कों पर नजर आ रहे हैं। ऐसे में सरकार अब नियमों को लेकर थोड़ी सख्त रुप लेने की तैयारी में है।
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