नई दिल्ली। सबरीमला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर सुप्रीम कोर्ट की सहमति के बाद उठे विवाद में अब केंद्रीय कपड़ा मंडी स्मृती ईरानी भी कूद गई हैं। मंगलवार को स्मृति ईरानी ने इस विवाद पर बयान दिया। स्मृती ईरानी ने कहा कि उन्हें मंदिर में पूजा का अधिकार है लेकिन मंदिर को दूषित करने का अधिकार नहीं है।
स्मृती ईरानी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री होने के नाते वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बोलने वाली कौन होती हैं, इसके आगे उन्होंने सवाल पूछने वाले को कहा ‘’क्या आप माहवारी के खून से सने सैनेटरी पैड को कभी अपने दोस्त के घर ले जाते हैं, नहीं न, तो फिर उसे भगवान के घर क्यों लेकर जाएं’’
गौरतलब है की सबरीमला मंदिर में पहले 10 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक की आयू की महिलाओं के प्रवेश पर रोक थी, माहवारी की वजह से 10 वर्ष से लेकर 50 वर्ष आयू उम्र वाली महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। यह मामला जब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में सभी उम्र की महिलायों के प्रवेश की इजाजत दी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्थानीय स्तर पर लोगों ने काफी विरोध किया है और कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है।
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