नई दिल्ली: दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय से एक बात का और खुलासा हुआ है कि बाबा राम रहीम अपने लिए साध्वियों और बच्चियों से करवा चौथ का व्रत रखवाता था, लेकिन वो अपनी बेटी और पत्नी को इस व्रत को रखने से मना करता था। ये भी पढ़ें: सिरसा: हनीप्रीत के कमरे में नोटों का ज़खीरा, मिला 250 करोड़ कैश?
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसके मुताबिक गुरमीत राम रहीम महिला समर्थकों की भीड़ से कह रहा है कि किसी आम आदमी (पति) के लिए व्रत रखने से उन्हें कुछ नहीं मिलेगा इसलिए उन्हें अपने भगवान (राम रहीम) के लिए व्रत रखना चाहिए जो इस संसार के पति हैं। ख़बरों में कहा जा रहा है कि गुरमीत राम रहीम हर साल महिला समर्थकों के लिए करवा चौथ के दिन खास धार्मिक सभा का आयोजन करता था।
इस सभा में वह उन महिलाओं के संदेश पढ़ता था जो उसे अपना आध्यत्मिक जीवन साथी मानती थीं। इन संदेशों में राम रहीम को भगवान मानते हुए उसकी महिमा का बखान होता था। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान छोटी-छोटी कुंवारी लड़कियां भी किसी शादीशुदा स्त्री की तरह सजी-धज कर सभा में शामिल होती थीं। यही नहीं वह दिन भर भूखी-प्यासी रहकर राम रहीम के लिए व्रत भी रखती थीं।
सभा में आईं महिलाओं के हाथों में बैनर भी होते थे जिनमें राम रहीम को संसार का पति (सुहाग) बताया जाता था। इतना ही नहीं राम रहीम मंच से बैठे-बैठ सभा में मौजूद सभी महिलाओं और स्त्रियों से व्रत तोड़ने के लिए भी कहता था और महिलाएं उससे आशीर्वाद मांगती थी।
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