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Hindi News भारत राष्ट्रीय मप्र: परीक्षा में चेकिंग के दौरान सिख छात्र की जबरदस्ती उतरवाई पगड़ी, मामला गरमाया

मप्र: परीक्षा में चेकिंग के दौरान सिख छात्र की जबरदस्ती उतरवाई पगड़ी, मामला गरमाया

सिख छात्र जब परीक्षा देने गया तो नियमित चैंकिंग के दौरान उसकी पगड़ी को खुलवाया गया हालांकि छात्र ने पगड़ी खुलवाने का विरोध किया और कहा कि पगड़ी मत उतरवाओ ये मेरी शान है लेकिन उन्होंने नियमों का हवाला देकर उसकी पगड़ी उतरवाई।

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धार (मध्य प्रदेश): धार जिले के धामनोद में एक सिख छात्र की पगड़ी उतरवाने का मामला सामने आया है। दरअसल सिख छात्र हरपाल सिंह कक्षा 12वीं की परीक्षा देने परीक्षा केन्द्र पहुंचा था तभी वहां उपस्थित परीक्षा हॉल में ड्यूटी दे रही शिक्षिकाओं ने उस छात्र की पगड़ी उतरवाकर चेंकिग की। परीक्षा पश्चात सिख छात्र ने पगड़ी उतरवाने वाले मामले की शिकायत की तो सहायक केन्द्राध्यक्ष ममता चौरसिया को वहां से हटा दिया है। 

'पगड़ी मत उतरवाओ ये मेरी शान है'

सिख छात्र हरपाल सिंह जब परीक्षा देने गया तो नियमित चैंकिंग के दौरान उसकी पगड़ी को उतरवाया गया हालांकि छात्र ने पगड़ी उतरवाने का विरोध किया और कहा कि पगड़ी मत उतरवाओ ये मेरी शान है लेकिन उन्होंने नियमों का हवाला देकर उसकी पगड़ी उतरवाई।

चेकिंग के दौरान पगड़ी गिर गई थी: प्रशासन

सिख युवक की पगड़ी उतारने वाले मामले से प्रशासन में हड़कंप मच गया और अब प्रशासन कह रहा है कि चेकिंग के दौरान पगड़ी गिर गई थी। मामले की जांच करने के साथ ही दोषी सहायक केन्द्राध्यक्ष ममता चोरसिया को परीक्षा व्यवस्था से फिलहाल हटा दिया है। आदिवासी विकास उपायुक्त ब्रजेश पाण्डे ने बताया कि छात्र की नकल की चेकिंग के दौरान उसकी पगड़ी गिर गई थी उस पर उनके लोगों ने ऐतराज किया। उन्होंने कहा, इस घटना की हम जांच करा रहे है लेकिन ये संवेदनशील प्रकरण है इसलिए वहां की जो केन्द्राध्यक्ष थी जिनके समक्ष यह घटना हुई उनको परीक्षा कार्य से पृथक कर दिया है। वर्तमान में इनके कथन और छात्रों के कथन लिए जा रहे है इसमें जो भी दोषी होगा न्याय उचित कार्रवाई की जाएगी।

सिख समाज ने आपत्ति दर्ज कराई

बता दें कि सिख युवक की पगड़ी जांच के बहाने से उतारने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया और सिख समाज ने भी इस पर घोर आपत्ति दर्ज कराई है। समाज का कहना है कि यह गंभीर मामला है इसे हम बर्दाश्त नहीं करेगे। उनका कहना है कि सिख समाज एक परोपकारी सेवाभावी समाज है इसने कभी किसी धर्म या किसी को आघात नहीं पहुंचाया है। हम धार सिख संगत गुरू संघ हटवाडा की ओर से कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते है। भविष्य में कभी ऐसी पुर्नावृत्ति न हो। जिस व्यक्तियों द्वारा इस प्रकार का कृत्य किया गया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

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