Covishield का उत्पादन तेज, जून में 10 करोड़ से ज्यादा खुराक की गईं तैयार
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपना वादा पूरा करते हुए जून के दौरान अब तक कोविशील्ड टीके की 10 करोड़ से अधिक खुराकों का उत्पादन किया है।
नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपना वादा पूरा करते हुए जून के दौरान अब तक कोविशील्ड टीके की 10 करोड़ से अधिक खुराकों का उत्पादन किया है। कोविड महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भारत में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा दी गई है। भारत में 21 जून से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी निशुल्क कोविड-19 टीकाकरण अभियान के बाद पिछले छह दिन के दौरान प्रतिदिन औसतन 69 लाख खुराकें दी गईं हैं।
रविवार को सुबह सात बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोविड टीके की 32.17 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी के हवाले से भारत के दवा नियामक ने बताया कि कंपनी ने कोविडशील्ड टीके के 45 बैच कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला को भेज दिए हैं जिसमें 10.80 करोड़ खुराक शामिल हैं।
इन्हें जून में जारी किया जाएगा। कंपनी के सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने मई में गृह मंत्री अमित शाह को जून के दौरान टीके की 10 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध कराने को लेकर आश्वस्त किया था।
टीकों को लेकर हिचकिचाहट खत्म करें, भ्रम और अफवाहों से रहें दूर: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कोविड-19 रोधी टीकों को लेकर हिचकिचाहट दूर करने व इससे जुड़े अफवाहों से दूर रहने की सलाह देते हुए रविवार को देशवासियों को आगाह किया कि वे यह समझने की भूल ना करें कि यह वैश्विक महामारी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि यह वायरस अपना स्वरूप बदलता है, इसलिए इससे बचाव के लिए कोरोना वायरस संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करना और टीका लगवाना ही उपाय है।
प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 78वीं कड़ी में लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हुए टीकों को लेकर लोगों की आशंका दूर करने की कोशिश की और उनसे भ्रम में ना पड़ने एवं अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की। मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल बैतूल जिले के डुलारिया गांव के लोगों से बात करते हुए उनका भ्रम दूर करने की कोशिशों के तहत प्रधानमंत्री ने अपना उदाहरण दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने दोनों खुराक ली है। मेरी माताजी लगभग 100 साल की हैं। उन्होंने भी दोनों खुराक ले ली है, इसलिए टीकों को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं दें।’’ ज्ञात हो कि लोगों ने भ्रम और अफवाहों की वजह से टीका नहीं लिया है। संवाद के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि टीकों को लेकर गांव के लोगों में भ्रम है कि इससे जान भी जा सकती है।
प्रधानमंत्री ने गांव के लोगों से टीका लगवाने की अपील करते हुए कहा कि साल भर, रात-दिन इतने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने काम किया है और इसलिए लोगों को विज्ञान और वैज्ञानिकों पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘झूठ फैलाने वाले लोगों को बार-बार समझाना चाहिये कि देखिए भई ऐसा नहीं होता है, इतने लोगों ने टीका ले लिया है और इससे कुछ नहीं होता है।’’