चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने पुलवामा हमले के बाद दिए बयानों के चलते पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को बर्खास्त करने की मांग की। इसके बाद अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और सिद्धू के बीच इस मुद्दे पर कहासुनी हो गई। सिद्धू और मजीठिया के बीच कहासुनी बढ़ती गई और दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ ‘‘आपत्तिजनक’’ शब्दों के इस्तेमाल किए।
वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अपना बजट संबोधन शुरू किया तो शिरोमणि अकाली दल-भाजपा के विधायकों ने सिद्धू की टिप्पणी के खिलाफ विरोध जताया। वे सदन के समक्ष और स्थानीय निकाय मंत्री सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शिअद-भाजपा सदस्यों ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ सिद्धू की तस्वीरें भी लहराई। ये तस्वीर पिछले साल की थी, जब सिद्धू पाकिस्तान के दौरे पर गए थे।
अध्यक्ष के पी राणा ने हंगामा कर रहे सदस्यों को शांत करने का प्रयास किया और अपनी-अपनी सीटों पर चले जाने को कहा, लेकिन विधायक नहीं माने। इसके बाद अध्यक्ष ने उन सबके नाम पुकारे और मार्शलों से उन्हें बाहर करने को कहा। इसके बाद 20 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। कार्यवाही शुरू होने के बाद भी हंगामा जारी रहा। सिद्धू ने शिअद-भाजपा सदस्यों की तरफ जाने की कोशिश की लेकिन कांग्रेस सदस्यों ने उन्हें रोक दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले मजीठिया के नेतृत्व में अकाली नेताओं ने सदन के बाहर सिद्धू की तस्वीरें जलाई। सदन के बाहर मजीठिया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ किसी भी चीज से पहले हम कांग्रेस और पंजाब सरकार का स्पष्ट रुख जानना चाहते हैं। क्या वे पाकिस्तानी सेना के प्रमुख और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की निंदा करते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि सिद्धू को उनके बयानों के लिए मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया जाए।’’
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