मुंबई: शिवसेना ने सोमवार को भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से देश में धार्मिक आजादी से जुड़े मुद्दों पर 'दखल नहीं देने' के लिए कहा है। शिवसेना ने कहा कि यह देश के 'आंतरिक मामले' की तरह है। ऐसी मीडिया रिपोर्टें सामने आई हैं कि ट्रंप, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष देश में धार्मिक स्वतंत्रता के पहलुओं पर अपने संदेह को जाहिर कर सकते हैं, जिसपर शिवसेना ने कहा कि धार्मिक विश्वास के अलावा, शाहीन बाग, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर जैसे मुद्दे, सभी भारत के आंतरिक चिंता के विषय हैं, जिससे भारत की सरकार निपट रही है।
शिवसेना ने अपने पार्टी के अखबारों, सामना और दोपहर का सामना में कहा, "इस देश लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार द्वारा चलाया जा रहा है और स्वतंत्रता या गरिमा से जुड़े मामलों पर बाहरी लोगों से कोई सबक लेने की जरूरत नहीं है.. यह बेहतर होगा यदि अमेरिकी राष्ट्रपति अहमदाबाद, दिल्ली और आगरा के दर्शनीय स्थलों का दौरा पूरा करें।"
इसमें विस्तार से कहा गया कि ट्रंप दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 'एक व्यापार यात्रा' पर भारत का दौरे पर आए हैं। ट्रंप वर्तमान में आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के अलावा अपनी पत्नी , बेटी और दामाद के साथ दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं।
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