तिरुवनंतपुरम। बाढ़ का पानी घटते ही केरल में अब संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंक बढ़ गई है। इसे देखते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केरल सरकार को सलाह दी है कि वह बाढ़ प्रभावित राज्य में जल-जनित रोगों के खतरों को कम करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) से 20 लाख हैजा-रोधी टीकों की आपूर्ति करने का आग्रह करे। थरूर के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, तिरुवनंतपुरम के सांसद और विदेश मामलों के संसदीय प्रवर समिति के अध्यक्ष थरूर ने यह सलाह सोमवार व मंगलवार को जेनेवा में डब्ल्यूएचओ, इंटरनेशनल रेड क्रास और संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करने के बाद दिया है।
उन्होंने इन संस्थाओं के अधिकारियों को केरल के मानवीय संकट के बारे में बताया। केरल में बाढ़ से अबतक 370 लोगों की जान चली गई है और लगभग 10 लाख लोग 3,000 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। बयान के अनुसार, "इस चर्चा से पहले, थरूर ने वार्ता की प्रकृति और प्राथमिकता के खास क्षेत्रों को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से संपर्क किया था।"
बयान के अनुसार, "थरूर ने बुधवार को भी चर्चा से प्राप्त प्रभाव और राज्य के लिए संभावित कार्रवाई के संबंध में विजयन को पत्र लिखा।" थरूर ने राज्य सरकार को यह जांच करने के लिए कहा कि क्या राज्य को मृत शव प्रबंधन के लिए बहुक्षेत्रीय जरूरी मूल्यांकन और गुजरात विश्वविद्यालय के फोरेंसिक सहयोग की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि राज्य को संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर 'केरल को फिर से बेहतर बनाने के लिए' एक अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण सम्मेलन का आयोजन करना चाहिए। थरूर ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत राजीव चंदर को भी अपनी बैठक के बारे में बताया।
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