आप की अदालत: शशि थरूर ने कहा- सुनंदा की मौत मेरे जीवन में एक ट्रैजिडी है, मैंने अपनी मां को रोते हुए देखा है
इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो ‘आप की अदालत’ में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी।
नई दिल्ली: इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो ‘आप की अदालत’ में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए थरूर ने कहा कि उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत उनके जीवन में एक ट्रैजिडी है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से मैंने अपनी 80 साल की मां को टीवी पर रोते हुए देखा है। सुनंदा से जुड़े सवालों के जवाब देते हुए थरूर बेहद भावुक नजर आए।
‘मामला कोर्ट में इसलिए कुछ नहीं बोलूंगा’
थरूर ने अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत से जुड़े सवालों के जवाब देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि यह मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि बीते साढ़े चार सालों में अपनी पत्नी की मौत के बाद की चुनौतियों का सामना उन्होंने कैसे किया, तो वह भावुक नजर आए। उन्होंने कहा, ‘यह बेहद कठिन था। सत्य मेरी शक्ति है। मैंने फैसला किया कि मैं लोगों को क्यों खुद को डिफाइन करने का मौका दूं। मैं जो हूं वही रहूंगा और खुद को जितना मजबूत बना सकता हूं उतना बनाऊंगा।’
‘दिल्ली पुलिस का आरोप बिल्कुल झूठ’
उन्होंने सुनंदा पुष्कर के खिलाफ ‘क्रूरता’ के दिल्ली पुलिस के आरोपों को ‘बिल्कुल झूठ’ करार दिया। थरूर ने कहा, ‘यह एक मोटिवेटेड प्रॉसिक्यूशन है। पुलिस को कोर्ट में साबित करने दीजिए कि यह आत्महत्या का मामला है। सुनंदा ने कभी नहीं कहा कि मैंने उनके खिलाफ कुछ किया हो। सारी बातें कोर्ट के सामने हैं। मैं कोर्ट में इस मामले को लड़ रहा हूं। मैं कोर्ट के सामने खुद को बेगुनाह साबित करना चाहता हूं, इसलिए मैं यहां पर कुछ भी नहीं बोलूंगा।’
‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है’
थरूर ने कहा, ‘मेरी अंतरात्मा साफ है। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मैंने अपने दोनों शरारती बच्चों को कभी एक थप्पड़ भी नहीं मारा, जबकि हो सकता है कि कभी-कभी वे डिजर्व करते थे। मैंने अपनी अस्सी साल की मां को टीवी पर रोते हुए देखा। मैंने खुद से वादा किया था कि मैं जीवन में कभी भी कोर्ट या पुलिस स्टेशन नहीं जाऊंगा, लेकिन ऐसा हो गया।’ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के उन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर जिनमें उन्होंने कहा था कि सुनंदा की मौत का रहस्य आईपीएल से जुड़ा है, थरूर ने कहा, ‘मैं उस शख्स के बारे में बात भी नहीं करना चाहता। मैं उन्हें सीरियसली नहीं लेता हूं। क्या वे लोग तब वहां थे जब वह जिंदा थीं?’