शाहीन बाग: वार्ताकारों ने प्रदर्शनकारियों से की मुलाकात, आज फिर होगी बातचीत
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीएए के खिलाफ पिछले 66 दिन से शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वालों से वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने बात की।
नई दिल्ली: शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के साथ सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त मध्यस्थों की पहले दिन की बातचीत पूरी हो गई। अब कल दोबारा बातचीत होगी। आज की बातचीत करीब दो घंटे तक चली, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने अपनी बातें रखीं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह प्रदर्शन खत्म करने के लिए तैयार हैं लेकिन सिर्फ तब जब सरकार CAA को वापस लेगी। वहां मौजूद एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि 'सरकार हमारी मांगे मान ले तो हम रोड खोल देंगे। मैं 90 साल की हूं, अपने संविधान के लिए यहां बैठी हूं।'
बातचीत शुरू होने से पहले मध्यस्थ संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन शाहीन ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर अपने यहां आने का कारण बताया था। वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने कहा था कि 'सुप्रीम कोर्ट ने हमें आपके पास बातचीत के लिए भेजा है।' हेगड़े ने प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी पढ़कर सुनाया था।वहीं, साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से कहा था कि 'हम आपकी सभी अच्छी-बुरी बातें सुनेंगे। हम आपके साथ मिलकर विवाद का हल निकालना चाहते हैं। हम ऐसा हल निकालेंगे, जो पूरी दुनिया के लिए मिसाल बने।'
साधना रामचंद्रन ने कहा था कि 'सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि प्रदर्शन करना आपका अधिकार है। लेकिन, बाकी नागरिकों के भी अधिकार हैं। अपने काम पर पहुंचना लोगों का अधिकार है। बच्चों को स्कूल जाने का अधिकार है।' इसके साथ ही यहां पहुंचे मध्यस्थों ने मीडिया के सामने प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए मना कर दिया था। उनका कहना था कि वह बिना मीडिया के प्रदर्शनकारियों से बात करेंगे और बाद में मीडिया को इसकी जानकारी देंगे। फिर इसका विरोध होने पर उन्होंने कहा कि वह मीडिया के सामने प्रदर्शनकारियों की बातें सिर्फ सुनेंगे, बोलेंगे कुछ नहीं।
इसके बाद बातचीत शुरू हुई और करीब दो घंटे तक चली। इस दौरान मध्यस्थों ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की बातें सुनी। प्रदर्शनकारियों ने तीन मुख्य मांगे रखीं। पहली कि अप्रैल से शुरू होने वाले NPR को हम नहीं मानते, दूसरी कि NRC कभी लागू न हो और तूसरी कि CAA धर्म के आधार पर नागरिकता को हम स्वीकार नहीं करते, CAA को रद्द करे सरकार। उन्होंने कहा कि ये तीन मांगे सरकार पूरी करे, तभी आंदोलन खत्म होगा। सुप्रीम कोर्ट जनहित की भवनाओं को ध्यान में रखते हुए फैसला दे।
बता दें कि मध्यस्थों के शाहीन बाग पहुंचने से पहले धरने पर बैठे लोगों ने दुआ भी पढ़ी। इस बीच एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें शाहीन बाग के लोगों को इस बात की ट्रेनिंग दी जा रही है कि मध्यस्थों के सवालों के क्या जवाब देने हैं।