शाहीन बाग के धरने से दो महीने में 200 करोड़ का नुकसान, कारोबारी परेशान
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शन के कारण पिछले करीब दो महीनों से बंद पड़े शाहीन बाग में कारोबारियों को करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शन के कारण पिछले करीब दो महीनों से बंद पड़े शाहीन बाग में कारोबारियों को करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसकी जानकारी शाहीन बाग मार्केट एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकार साधना रामचन्द्रन से मुलाकात के दौरान दी। मार्केट एसोसिएशन का कहना है कि दो महीनों से धरने के कारण सैकड़ों दुकानें बंद हैं, जिससे करीब 150-200 करोड़ रुपये का नुकसान है।
शनिवार को वार्ताकार साधना रामचन्द्रन के शाहीन बाग के मंच से जाने के बाद मार्केट एसोसिएशन के कुछ लोग साधना रामचन्द्रन से मिले थे। उन्होंने साधना रामचन्द्रन के सामने अपनी बातें रखते हुए कहा कि 'दो महीने से ज्यादा का समय हो गया है, 200 से ज्यादा दुकानें बन्द हैं। करोड़ों का नुकसान हो चुका है।' उन्होंने कहा कि 'हम प्रोटेस्ट के साथ हैं लेकिन हमारा भी ध्यान रखा जाए, दुकानें खोल दी जाए। 2000 से ज्यादा वर्कर्स खाली हैं।'
साधना रामचन्द्रन से मुलाकात के दौरान शाहीन्न बाग मार्केट एसोसिएशन ने कहा कि उनकी दिक्कतों का भी ध्यान रखा जाए। मार्केट के लोगों का कहना है कि '150-200 करोड़ का नुकसान है, सरकार को भी नुकसान है। हम GST पे करते हैं। हर दुकान में 5 से 6 कर्मचारी काम करते हैं। करीब 200 दुकान हैं, जो 2 महीने से बंद पड़ी हैं। सब परेशान हैं।' मार्केट के लोगों ने कहा कि ये बात भी सुप्रीम कोर्ट को बताई जाए।
बता दें कि साधना रामचन्द्रन उन तीन लोगों में से एक हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत के लिए नियुक्त किया था। लेकिन, इनकी बातचीत से कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। क्योंकि, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े हैं। हालांकि, शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने सड़क का एक हिस्सा खोला था, जिसे फिर से बंद कर दिया गया।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) आर पी मीणा ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने शाहीन बाग में सड़क संख्या नौ को फिर से खोला लेकिन एक अन्य समूह ने इसे फिर बंद कर दिया।’’ हालांकि, स्थानीय लोगों ने बाद में बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सड़क शाम को फिर खोल दी। नोएडा को दक्षिणपूर्वी दिल्ली और हरियाणा में फरीदाबाद तक जोड़ने वाली सड़क को शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शन के मद्देनजर गत 15 दिसम्बर से बंद किया हुआ है।
उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त वार्ताकारों वरिष्ठ अधिवक्ताओं संजय हेगड़े तथा साधना रामचंद्रन और प्रदर्शनकारियों के बीच सड़कों को अवरूद्ध किये जाने से लोगों को हो रही समस्या को लेकर तीन दिन चली बातचीत के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।