दक्षिण भारत में स्वाइन फ्लू एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। केरल के कोझिकोट स्थित एक स्कूल के 7 बच्चों में स्वाइन फ्लू (H1N1) के लक्षण पाए गए हैं। दरअसल जनवरी के पहले सप्ताह में स्कूल में 176 लोग बीमार पड़ गए थे। इसमें 163 छात्र और 13 टीचर्स शामिल थे। इसके बाद इन सभी के खून की जांच की गई। कोझिकोट स्वास्थ्य विभाग ने जब सैंपल मणिपाल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी में जांच के लिए भेजे। जहां 7 छात्रों के खून में H1N1 के विषाणु पाए गए।
केरल की के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद भी लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। इससे निपटने के लिए और बुखार को काबू में लाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की एक विशेष मेडिकल टीम आज ही स्कूल का दौरा करेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यदि उनकी तबियत बिगड़ती है या मरीजों में अन्य लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया जाएगा, जिससे यह बीमारी दूसरे लोगों में न फैले।
रिपोर्ट के अनुसार स्कूल के अधिकतर छात्रों में एक जैसे लक्षण दिखाई दिए। सभी को तेज बुखार, गले में दर्द और कफ जैसे लक्षण दिखे। इसके बाद कोझिकोट की आशा वर्कर्स को बच्चों के घरों में गई और अन्य सदस्यों में बुखार होने की पड़ताल की है। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक फिलहाल हालात काबू में हैं और लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
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