आतंकवाद को वित्तीय मदद पहुंचाने के मामले में इसी महीने गिरफ्तार किए गए मसरत आलम, शब्बीर शाह और आसिया अंद्राबी को अभी जेल में रहना होगा। जम्मू कश्मीर के तीनों अलगाववादी नेताओं को 30 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पटियाला हाउस स्थित एनआईए कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। इन तीनों से नेशनल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) पूछताछ कर रही थी।
एनआईए कस्टडी खत्म होने पर इन्हें अदालत में पेश किया गया। एनआईए ने अदालत को बताया कि आरोपियों से इस वक्त कोई पूछताछ की जरूरत नहीं है। एनआईए का तर्क सुनने के बाद अदालत ने तीनों को 30 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एनआईए की पूछताछ में आसिया अंद्राबी ने खुलासा किया था कि वह पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी के जरिए लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के करीब आई। अधिकारी दुख्तारन-ए-मिल्लत नेता अंद्राबी का रिश्तेदार था। अंद्राबी के साथ ही दो अलगाववादी नेताओं से एनआईए ने पूछताछ की।
एनआईए सूत्रों के मुताबिक, अंद्राबी का भतीजा पाकिस्तान सेना में कैप्टन रैंक का अधिकारी है। उसका एक अन्य करीबी रिश्तेदार पाकिस्तान सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में है। अंद्राबी के रिश्तेदार दुबई और सऊदी अरब में भी हैं जहां से वह फंड प्राप्त करती है और भारत के खिलाफ गतिविधियों में इस्तेमाल करती है।
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