नयी दिल्ली: सऊदी अरब ने अपने तेल संयंत्रों पर ड्रोन और मिसाइल हमले के करीब दो सप्ताह बाद कहा कि वह आतंक का मुकाबला करने के लिए भारत के साथ अपने सहयोग को बढ़ा रहा है, जिसमें आतंकी नेटवर्क तक धन की पहुंच रोकना और सूचनाओं का आदान-प्रदान शामिल है। सऊदी राजदूत डॉक्टर सऊद बिन मोहम्मद अल सती ने कहा कि भारत और सऊदी अरब आतंकवाद से लड़ने में एक दूसरे के साथ घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं।
अल सती ने कहा, “सऊदी अरब और भारत आतंकवाद से लड़ने में घनिष्ठ रूप से एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं, जिसमें सूचनाओं और खूफिया जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है।” पिछले दो वर्षों में दोनों देशों ने प्रत्यर्पण संधि सहित सुरक्षा के क्षेत्र में कई समझौते किए हैं।
सऊदी राजदूत ने कहा, “सऊदी अरब आतंकवाद, आतंक के वित्तपोषण और चरमपंथ के खिलाफ वैश्विक अभियान की अगुवाई कर रहा है। हम आईएसआईएस का मुकाबला करने के लिए 68 देशों के मजबूत वैश्विक गठजोड़ के संस्थापक सदस्य हैं।”
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब एक घनिष्ठ दोस्त और “रणनीतिक साझेदार” के रूप में भारत को महत्व देता है और दोनों देशों के बीच रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग को और अधिक बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2016 में ऐतिहासिक सऊदी अरब यात्रा का जिक्र भी किया, जब दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान और खूफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग को बढ़ाने का फैसला किया था।
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