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Hindi News भारत राष्ट्रीय वायु सेना के हवाई हमले पर पित्रोदा की टिप्पणियां दुर्भाग्यपूर्ण, देश की भावनाओं को आहत करने वाली: अरुण जेटली

वायु सेना के हवाई हमले पर पित्रोदा की टिप्पणियां दुर्भाग्यपूर्ण, देश की भावनाओं को आहत करने वाली: अरुण जेटली

केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायु सेना के हवाई हमले पर टिप्पणियों के लिए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख सैम पित्रोदा की शुक्रवार को आलोचना करते हुए उनके बयान को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ और पाकिस्तान की बातों का समर्थन करने वाला बताया।

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नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायु सेना के हवाई हमले पर टिप्पणियों के लिए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख सैम पित्रोदा की शुक्रवार को आलोचना करते हुए उनके बयान को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ और पाकिस्तान की बातों का समर्थन करने वाला बताया। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के अलावा ऐसा कोई देश नहीं है जिसने भारत द्वारा किए हवाई हमले या सर्जिकल स्ट्राइक की आलोचना की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का उसी भाषा में बात करना दुर्भाग्यपूर्ण है और यह देश की भावनाओं को भी आहत करता है। यह कहना कि पुलवामा हमला खुद से कराया गया था, यह पाकिस्तान के दावों का समर्थन करता है।’’

सैम पित्रोदा ने कथित तौर पर कहा कि मुंबई आतंकवादी हमले के बाद भारत हवाई हमले से जवाब दे सकता था लेकिन ‘‘मेरे हिसाब से दुनिया से ऐसे नहीं निपटा जाता।’’ पित्रोदा ने यह भी कहा था कि वह बालाकोट हवाई हमले और उसमें मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में ‘और जानना’ चाहते हैं। पित्रोदा के बयान को ‘‘गलत’’ बताते हुए जेटली ने कहा कि यह इस धारणा पर आधारित है कि पाकिस्तान के सरकारी तत्व और सरकार से इतर तत्व अलग-अलग हैं।

जेटली ने पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के भाजपा में शामिल होने वाले एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘आतंकवादी हमलों पर उनकी (पाकिस्तान) प्रतिक्रिया यह दिखाती है कि सरकार से इतर हमलावर पाकिस्तान के सरकारी तत्वों की महज एक विस्तारित शाखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत का सुरक्षा सिद्धांत अब बदल गया है। अब हम आतंकवाद की जहां से उत्पत्ति होती है, वहां हमला करते हैं। यह उन लोगों के बीच वैचारिक लड़ाई है जो हरसंभव कदमों का इस्तेमाल कर भारत की रक्षा करना चाहते हैं या जो बंधे हाथों से भारत के लिए लड़ना चाहते हैं।’’

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