साध्वी यौन शोषण मामला: जज जगदीप सिंह ने किया बाबा राम रहीम की किस्मत का फैसला
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर साध्वी यौन शोषण मामलें पर कल 25 अगस्त को फैसला आना है, यह मामला 15 साल पुराना है। इस चर्चित केस पर जज जगदीप सिंह को अपना फैसला सुनाना है।
पंचकूला: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर साध्वी यौन शोषण मामले पर पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को दुष्कर्म के मामले में दोषी करार दिया है। अदालत सजा पर फैसला 28 अगस्त को सुनाएगी। इस चर्चित केस पर जज जगदीप सिंह ने अपना फैसला सुनाया है। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम से जुड़ा यह मामला कितना संवदेनशील है इसे आप इस बात से समझ सकते हैं कि कई राज्यों की पुलिस हाई अर्लट पर और तीन प्रमुख राज्यों में धारा 144 को लागू किया गया है।
मामला जिस पर फैसला सुनाना है-
2002 में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम रहीम पर एक साध्वी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जज जगदीप सिंह को इसी 15 साल पुराने चर्चित केस पर अपना फैसला सुनाना है।
जज बनने से पहले हरियाण हाईकोर्ट में वकील थे जज जगदीप सिंह
एक अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार जज जगदीप सिंह बेहद सख्त और न्यायप्रिय जज के रूप में लोकप्रिय है और और ज्यूडिशियल सेवा में आने से पहले वह पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में वकील भी रह चुके हैं। और 2012 में उन्होंने हरियाण ज्यूडिशियल सर्विस ज्वाइन की थी। उनकी पहली पोस्टिंग सोनीपत में हुई,सीबीआई कोर्ट में यह उनकी दूसरी पोस्टिंग है।
पंजाब विवि से वकालत की डिग्री ली,2012 में हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विस ज्वाइन की
जगदीप सिंह बेहद होनहार छात्रों में गिने जाते थे और 2000 में उन्होंने पंजाब विवि से वकालत की डिग्री ली। वे साल 2000 से 2012 तक कई सिविल और क्रिमिनल केस लड़ चुके हैं। उनके दोस्तों के अनुसार वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी होने के साथ ही बेहद सख्त छवि रखने वाले व्यक्ति है।
जब 4 घायलों की जिंदगी बचाकर चर्चा में आए
जगदीप सिंह एक बेहतरीन जज होने के साथ बेहद अच्छे इंसान है,उन्होंने 2016 में एक सड़क दुर्घटना में घायल 4 लोगों की जिंदगी बचाने का नेक काम किया था और चर्चा में आए थे। दरअसल जगदीप सिंह संधू हिसार से पंचकूला आ रहे थे,रास्तें में एक एक्सीडेंट हो गया था, उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और घायलों को बाहर निकाला। इस एक्सीडेंट में कुल 4 लोग घायल हो गए थे। प्राथमिक चिकित्सा के लिए एंबुलेंस को कॉल की लेकिन जब देखा की देरी हो रही है तो उन्होंने एक गाड़ी रुकवाई और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।