इलाहाबाद: इलाहाबाद में बीयर बार चलाने वाले बिल्डर को महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अखाड़ा परिषद ने सचिन दत्ता को महंमंडलेश्वर बनाए जाने की जांच के आदेश दे दिए हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि अगर जाँच में सच्चिदानंद गिरि दोषी पाए जाते हैं तो पदवी वापस लेकर उन्हें महामंडलेश्वर पद से हटा दिया जाएगा। गुरू पूर्णिमा पर प्रयाग स्थित मठ बाघंबरी गद्दी में भव्य समारोह के बीच सच्चिदानंद गिरि को निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर की पदवी दी गई थी।
महज दो दिनों में सचिन गिरि की पहचान बदल गई है। अब वो शराब के कारोबारी नहीं महामंडलेश्वर सच्चिदानंद गिरि जी महाराज हो गए हैं। इलाहाबाद में एक भव्य आयोजन में सच्चिदानंद गिरि को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महामंडलेश्वर की पदवी दी गई।
महामंडलेश्वर सच्चिदानंद गिरी की गुप्त जांच का काम निरंजनी अखाड़े को सौंपा गया है। जांच में यह देखा जाएगा कि महामंडलेश्वर बनने के बाद वह परिवार में वापस तो नहीं गए और पुराने कारोबार से अब उनका कोई वास्ता तो नहीं है।
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