सबरीमाला प्रदर्शन: भारी विरोध के चलते वापस लौटीं मंदिर के दर्शन के लिए निकली दोनों महिलाएं
रजस्वला आयु वर्ग की 2 महिलाओं ने श्रद्धालुओं के कड़े विरोध के बाद सबरीमाला मंदिर में दर्शन किए बगैर ही वापस लौटना पड़ा।
सबरीमाला: रजस्वला आयु वर्ग की 2 महिलाओं ने श्रद्धालुओं के कड़े विरोध के बाद सबरीमाला मंदिर में दर्शन किए बगैर ही वापस लौटना पड़ा। इससे पहले रविवार को सबरीमाला में बेहद नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला जब हजारों श्रद्धालुओं ने पुलिस की सुरक्षा में मंदिर की ओर बढ़ रहीं 50 वर्ष से कम आयु की 11 महिलाओं के एक समूह का रास्ता रोक दिया था। मल्लपुरम की बिन्दु और कोझिकोड की दुर्गा पुलिस के भारी सुरक्षा के बीच मंदिर दर्शन के लिए जा रही थीं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले पर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन जारी रखा है।
सबरीमाला मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर इन दोनों महिलाओं को हजारों प्रदर्शनकारियों द्वारा रोक दिया गया जिसके बाद तनाव बढ़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। विवाद उस समय शुरू हुआ जब सोमवार तड़के पुलिस के साथ आई दोनों महिला श्रद्धालुओं को गुस्साई भीड़ ने दर्शन करने के लिए आगे बढ़ने से रोका, जिसके बाद पुलिस की गुस्साए अयप्पा भक्तों के साथ झड़प हो गई। पुलिस को कन्नूर की कनक दुर्गा और मल्लपुरम की बिंदू को गुस्साए अयप्पा भक्तों से बचाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान भक्त नारे लगा रहे थे और महिलाओं की ओर आगे बढ़ रहे थे।
पुलिस टीम के 100 कर्मियों ने दोनों महिलाओं को कुछ आगे बढ़ाया लेकिन सुबह आठ बजे से वे वहीं पर अटकी हैं क्योंकि अयप्पा के भजन गाते और नारों लगाते हुए एक हजार से अधिक तीर्थयात्री मानव दीवार बनाकर उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए डटे हुए हैं। पुलिस फिलहाल महिलाओं के चारों ओर सुरक्षा कवच बनाए उन्हें आगे बढ़ाने के लिए और अधिक पुलिस बल के आने का इंतजार कर रही है।
बिन्दु ने कहा, ‘हम यहां भगवान अयप्पा के ‘दर्शन’ करने आए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू किया जाना चाहिए और उम्मीद है कि पुलिस हमें सुरक्षा मुहैया कराएगी।’ सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत देने वाले 28 सितंबर के फैसले को लेकर केरल में श्रद्धालुओं एवं भाजपा ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है। वार्षिक तीर्थयात्रा का पहला चरण अगले तीन दिनों में खत्म होने वाला है और हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां एकत्रित हुए हैं।
बिन्दु और दुर्गा पुलिस की सुरक्षा में सनिधानम से एक किलोमीटर दूर मराकूटम पहुंच गई हैं। वे अपने साथ और पुलिसकर्मियों के आने का इंतजार कर रही हैं। इन महिलाओं को इससे पहले श्रद्धालुओं ने सबरीमाला के रास्ते में पड़ने वाले अप्पाचीमेदु में रोक दिया था जिन्हें बाद में पुलिस ने हटा दिया। भाजपा ने इन महिलाओं के घर के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया है।