राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए कार्यकर्ताओं को देगा प्रशिक्षण
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रविवार को कहा कि वह देशभर में अपने कार्यकर्ताओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा, ताकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर आने पर वे प्रशासन के साथ मिलकर लोगों की सहायता कर सकें।
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने रविवार को कहा कि वह देशभर में अपने कार्यकर्ताओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा, ताकि कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर आने पर वे प्रशासन के साथ मिलकर लोगों की सहायता कर सकें। आरएसएस ने अपने ट्वीट में लिखा 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने हेतु देशव्यापी 'कार्यकर्ता प्रशिक्षण' का आयोजन करेगा तथा यह प्रशिक्षित कार्यकर्ता लगभग 2.5 लाख स्थानों पर पहुँचेंगे। वर्तमान में देश में 39,454 शाखाएँ लग रहीं हैं,जिसमें 12,288 ई-शाखाएं हैं।'
अगस्त में पूर्ण किया जाएगा प्रशिक्षण
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए पुरे देश में शासन-प्रशासन का सहयोग करने एवं संभावित पीड़ितों की सहायता हेतु विशेष 'कार्यकर्ता प्रशिक्षण' का आयोजन किया जायेगा। ऐसी परिस्थिति में समाज का मनोबल बढ़ाने के लिए आवश्यक सभी जानकारी उचित समय पर लोगों तक पहुँचाने हेतु यह प्रशिक्षित कार्यकर्ता लगभग 2.5 लाख स्थानों तक पहुंचेंगे। यह प्रशिक्षण अगस्त माह में पूर्ण किया जाएगा तथा सितंबर से जनजागरण द्वारा हर गाँव व बस्ती में कई स्वयंसेवी लोगों व संस्थाओं को इस अभियान में जोड़ा जायेगा। इस प्रशिक्षण में कोरोना से बचाव हेतु बच्चों व माताओं के लिए विशेष रूप से आवश्यक सावधानियाँ व उपायों को शामिल किया गया है ।
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने एक बयान में कहा कि इस कार्यक्रम में एक विशेष मॉड्यूल होगा, जिससे कार्यकर्ता सभी आवश्यक उपायों से माताओं और बच्चों की सहायता कर सकेंगे। उन्होंने कहा, “कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर, देशभर में कार्यकर्ताओं का विशेष प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा, जिससे वे प्रशासन का सहयोग कर पीड़ितों की सहायता कर सकें।” आंबेकर ने कहा, “एक बार प्रशिक्षण मिलने के बाद यह कार्यकर्ता समाज का मनोबल बढ़ाएंगे और स्थिति से निपटने के लिए लोगों को उचित समय पर सभी आवश्यक जानकारी देंगे।”
उन्होंने कहा, “विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम एक अगस्त से शुरू होगा। कुछ स्थानों पर प्रशिक्षण देर से शुरू हो सकता है लेकिन सभी प्रशिक्षण कार्यक्रम अगस्त के अंत तक पूरे होंगे।” आंबेकर ने कहा कि सितंबर से, प्रत्येक गांव और शहर में “जन जागरण” अभियान के तहत और लोगों तथा सामाजिक संगठनों को जोड़ा जाएगा। संघ पदाधिकारी ने कहा कि मध्य प्रदेश के सतना में आरएसएस अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक की बैठक में महामारी की दूसरी लहर की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई तथा प्रांतों में दी जा रही सेवाओं की समीक्षा की गई।
आंबेकर ने कहा कि महामारी के बाद जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है और संघ की शाखाओं का संचालन देशभर में शुरू हो गया है। संघ की 27,166 शाखाएं अब पुनः मैदान में प्रारंभ हो गयी है। स्वयंसेवकों द्वारा संचालित वैक्सीन के टीकाकरण हेतु सुविधा केंद्र व प्रोत्साहन के अभियानों की भी समीक्षा की गयी।
आंबेकर ने बताय कि जैसे-जैसे कोरोना के प्रकोप के पश्चात स्थितियाँ सामान्य हो रही है, संघ शाखाओं का संचालन भी मैदान में प्रारंभ हुआ है । बैठक में प्राप्त जानकारी के अनुसार देश भर में वर्तमान में कुल 39,454 शाखाएँ संचालित हो रही है जिसमें 27,166 शाखाएँ अब मैदान में लग रही है तथा 12,288 ई-शाखाएँ है।साथ ही साप्ताहिक मिलन कुल 10,130 है, जिसमें प्रत्यक्ष रूप से मैदान में 6510 पुनः प्रारंभ हुये तथा ई-मिलन 3620 है । कोरोना के लॉकडाऊन काल में विशेष रूप से प्रारंभ हुये कुटुंब मिलन देश भर में 9637 है।