युवाओं की बढ़ रही है संघ में दिलचस्पी, मोदी सरकार के दौरान लगातार बढ़ रहा है काम
जो युवा संघ से जुड़ना चाहते हैं वो लगातार संघ से ऑनलाइन भी संपर्क साध रहे हैं।
नागपुर: नागपुर में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में संघ अपना साल भर के काम के लेखा-जोखा पर चर्चा की है। संघ का कहना है कि अब भारत के लगभग 95 प्रतिशत भू-भाग पर उसकी उपस्थिती है। जिन जगहों पर संघ नहीं है उनमें कश्मीर घाटी, नगालैंड और मेघालय का कुछ हिस्सा है। केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद संघ के काम में हर साल काफी वृद्धी हो रही है। पिछले चार सालों में हर साल संघ के शाखाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। साल 2014 में जब मोदी सरकार केंद्र में आई तब 29,624 स्थानों पर संघ की 44,982 शाखाएं थीं। मार्च 2015 में ये बढ़कर 33,223 स्थानों पर 51,332 शाखाएं हो गईं। साल 2016 में 36,867 स्थानों पर संघ की शाखाओं की संख्या बढ़कर 56,859 हो गईं। जो पिछले साल 36,729 स्थानों पर बढ़कर 57,165 हो गईं।
इस समय पूरे देश में संघ की लगभग 37,109 स्थानों पर 58,976 शाखाएं चल रही हैं। इस तरह साल 2014 से अब तक चार सालों में 14 हजार शाखा बढ़ा हैं। साथ ही संघ ने कहा है कि भारतीय युवा हाल के दिनों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( आरएसएस) में गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। संघ के प्रचार प्रमुख म नमोहन वैद्य ने कहा कि पिछले साल देश- विदेश से 1.25 लाख से भी अधिक युवाओं ने संघ से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि 2013 में, 30 साल से कम आयुवर्ग के लगभग 28,000 युवाओं ने आरएसएस से संपर्क साधा।
2014 से 2016 के अंत तक संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या 80,000 के पार कर गई। वैद्य नेकहा, ‘‘ आरएसएस के लिए युवाओं में रूझान लगातार बढ़ रहा है। 2013 में केवल 28,000 युवाओं ने दिलचस्पी दिखायी थी। पिछले साल संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या बढ़कर 1.25 लाख हो गई।’’ उन्होंने कहा कि संघ से जुड़ने की चाह रखने वालों में युवा एनआरआई और महिलाएं भी शामिल हैं।