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Hindi News भारत राष्ट्रीय राम मंदिर: संघ ने केंद्र को याद दिलाया 24 साल पुराना वायदा, पूरा करने की रखी मांग

राम मंदिर: संघ ने केंद्र को याद दिलाया 24 साल पुराना वायदा, पूरा करने की रखी मांग

संघ ने कहा कि तत्कालीन सरकार इस बात पर सहमत हो गयी थी कि यदि बाबरी मस्जिद बनाने से पहले वहां मंदिर होने के साक्ष्य पाये गये तो वह हिन्दू समुदाय का साथ देगी

RSS ask centre to fulfill 1994 promise on Ram Temple- India TV Hindi RSS ask centre to fulfill 1994 promise on Ram Temple

मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने बुधवार को केंद्र से 1994 में उच्चतम न्यायालय में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा किये गए वादों को पूरा करने का अनुरोध किया। संघ ने कहा कि तत्कालीन सरकार इस बात पर सहमत हो गयी थी कि यदि बाबरी मस्जिद बनाने से पहले वहां मंदिर होने के साक्ष्य पाये गये तो वह हिन्दू समुदाय का साथ देगी। RSS के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर बनाने का मुद्दा हिंदू और मुस्लिम समुदाय तक ही सीमित नहीं है। 

भायंदर में RSS प्रमुख मोहन भागवत द्वारा रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी में संगठन की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक का शुभारंभ करने के बाद वैद्य ने मीडिया को संबोधित किया। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा था कि अगले साल जनवरी से उचित पीठ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़े मामलों की सुनवाई करेगी। इसके बाद विवादित स्थल पर मंदिर के जल्द निर्माण के लिए कानून बनाए को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और RSS के भीतर से मांग उठने लगी है। 

कांग्रेस कह चुकी है कि सभी पक्षों को न्यायालय के आदेश का पालन करना चाहिए। वैद्य ने कहा, ‘‘न्यायालय ने कहा था कि नमाज के लिए मस्जिद जरूरी नहीं है और सड़कों पर भी नमाज अदा की जा सकती है। इसके अलावा जबरन अधिग्रहित जमीन पर नमाज अदा नहीं की जा सकती। अदालत ने यह भी कहा है कि यह (जमीन का अधिग्रहण) धार्मिक कृत्य नहीं है।’’ 

उन्होंने दावा किया कि 1994 में कांग्रेस के शासन के दौरान सॉलिसिटर जनरल ने उच्चतम न्यायालय में हलफनामा देकर कहा था कि अगर सबूत मिलता है कि मंदिर को ढहाकर मस्जिद का निर्माण हुआ था तो सरकार हिंदू समुदाय की भावनाओं के साथ है। वैद्य ने कहा, ‘‘अब हमारे पास सबूत हैं...साथ ही मुद्दा बिना फैसले के अदालत में लंबे समय से लंबित है। अब मुद्दा बस जमीन अधिग्रहण करने और मंदिर निर्माण के लिए इसे सौंपने का है।’’ 

RSS नेता ने कहा कि मुद्दा हिंदुओं और मुसलमानों या मंदिर अथवा मस्जिद तक ही सीमित नहीं है बल्कि देश की गरिमा को बहाल करने का है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को अब 1994 में किये गए वादों को पूरा करना चाहिए।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के अनावरण पर वैद्य ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसे इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि देश को पटेल की उपलब्धि पर गर्व है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस को हर चीज की आलोचना करने की आदत है लेकिन वे साबित कुछ नहीं कर पाते। यह राष्ट्रीय गौरव का मुद्दा है। सरदार पटेल ने आजादी के बाद देश की एकता में बड़ी भूमिका निभाई थी इसलिए उन्हें लौह पुरूष कहा जाता है।’’ 
वैद्य ने कहा कि पटेल की प्रतिमा से युवा प्रेरणा लेंगे। 

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