कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को दावा किया कि रोजवैली चिटफंड मामले के सिलसिले में आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन के शोरूमों की तलाशी के दौरान उसे आरोप तय करने वाले कागजात और चालीस करोड़ रुपये मूल्य के सोने के जेवरात, हीरा व कीमती पत्थर मिले हैं। एजेंसी ने एक ट्वीट में कहा, "रोजवैली मामले में आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन लिमिटेड की तलाशी के दौरान ईडी को आरोप तय करने वाले कागजात, 22 कैरट के 70 किलो और 18 कैरट के 18 किलो सोने के जेवरात और हीरा व अन्य कीमती पत्थर बरामद किए, जिनके मूल्य 40 करोड़ रुपये हैं। ईडी ने सारा सामान व कागजात जब्त कर लिए हैं।"
ईडी ने 26 घंटे से ज्यादा समय तक ज्वेलरी कंपनी के शोरूमों की तलाशी ली। कथित तौर पर कंपनी ने चिटफंड घोटाले के आरोपी गौतम कुंडू के स्वामित्व वाले रोजवैली समूह के विभिन्न फर्मो से लंबी अवधि का कर्ज लिया था। कंपनी की ओर से रोजवैली के लिए जमा लेनेवाली कंपनियों से पैसों की हेराफेरी की जांच की जा रही है। एजेंसी के अधिकारी के मुताबिक, रोजवैली के मुख्य फर्मो से पैसे निकालने का एक चैनल के रूप में सामने आने पर निदेशालय का ध्यान ज्वेलरी कंपनी की ओर गया।
वर्ष 2016 में रोजवैली चिटफंड घोटाले में ईडी ने आठ होटलों और 12 कीमती कारों, जिनके मूल्य 1,250 करोड़ रुपये थे, समेत कंपनी की परिसंपत्तियां जब्त की थीं। चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में हजारों लोग कथित तौर पर धोखाधड़ी के शिकार हुए थे। वर्ष 2014 में एजेंसी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कंपनी और इसके चेयरमैन गौतम कुंडू के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी। कुंडू को 2015 में गिरफ्तार किया गया था।
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