नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा ने उनसे जुड़ी एक कंपनी की संपत्तियों को कुर्क करने की प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को ‘‘उन्हें जानबूझकर निशाना बनाने’’ वाला बताया और दावा किया कि ये ‘‘सत्ता के पूरी तरह से दुरुपयोग’’ को दिखाता है। ED ने कहा कि उसने बीकानेर जमीन घोटाला धन शोधन मामले के संबंध में उनसे जुड़ी एक कंपनी की 4.62 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है। इसके एक दिन बाद वाड्रा ने ‘‘लगातार उत्पीड़न’’ किए जाने का आरोप लगाया।
वाड्रा ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और निश्चित तौर पर मैं कानून से ऊपर नहीं हूं। मैं करीब छह दिन तक उनके सवालों का जवाब देता रहा। हर दिन आठ से 12 घंटे तक पूछताछ हुई। बस 40 मिनट का लंच ब्रेक दिया जाता था और वॉशरूम तक भी मुझे अकेला नहीं छोड़ा जाता था।’’
वाड्रा ने कहा कि उन्होंने पूरी तरह से सहयोग किया और देश के किसी भी हिस्से में जब भी बुलाया गया तो नियमों का पालन किया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मेरे कार्यालय और ऐसे स्थान जिनके मामले अदालत में लंबित हैं उन्हें कुर्क किया जाना सत्ता का पूरी तरह दुरुपयोग, प्रतिशोध और अनैतिक रूप से जानबूझकर निशाना बनाना दिखाता है।’’
वाड्रा ने कहा, ‘‘जब सच्चाई की जीत होगी तो मुझे लगता है कि माफी ही काफी होगी। अपने लिए न्याय के वास्ते दृढ़ रहूंगा।’’ दरअसल, ईडी ने धनशोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत संपत्ति कुर्क करने का अनंतिम आदेश जारी किया है। ED ने इस सप्ताह दो बार जयपुर में वाड्रा से पूछताछ की। उनकी मां मौरीन को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन संक्षिप्त कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें जाने दिया गया।
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