हैदराबाद: मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में सोमवार को दक्षिणपंथी कार्यकर्ता स्वामी असीमानंद और पांच अन्य को बरी करने के बाद इस्तीफा देने वाले एनआईए मामलों के विशेष न्यायाधीश रवींद्र रेड्डी ने आज अपना काम फिर संभाल लिया। सोलह अप्रैल को फैसला सुनाने के कुछ घंटे के बाद रेड्डी ने इस्तीफा दे दिया था।
चौथे अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश रेड्डी ने मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश को इस्तीफा सौंपकर अपने फैसले के लिए ‘‘ निजी कारण ’’ का हवाला दिया था और उन्होंने छुट्टियों के लिए आवेदन भी किया था। न्यायपालिका के एक सूत्र ने कहा, ‘‘वह ड्यूटी पर आए और वह पीठ में शामिल हुए।’’
सूत्र ने कहा कि यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि उनके इस्तीफे को हाईकोर्ट ने स्वीकार किया है या नहीं लेकिन जज आज ड्यूटी पर आए क्योंकि उनकी छुट्टियां ‘‘ रद्द ’’ कर दी गईं। रेड्डी अधीनस्थ अदालतों के उन 11 जजों में शामिल थे जिन्हें जून 2016 में हैदराबाद उच्च न्यायालय ने निलंबित किया था। यह निलंबन तेलंगाना के लिए अलग हाईकोर्ट गठित करने की मांग को लेकर तथा तेलंगाना में अदालतों में आंध्र प्रदेश के न्यायाधीशों की नियुक्त का विरोध करने पर किया गया था।
हालांकि अगले महीने यह निलंबन वापस ले लिया गया था। रेड्डी के इस्तीफे के समय को लेकर अटकलों के बीच एक वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी ने इससे पहले कहा था कि उनके इस्तीफे का मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में फैसले से कोई लेना देना नहीं है।
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