नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का निधन हो गया है। उनके बेटे चिराग पासवान ने इसकी जानकारी दी। 74 वर्ष की उम्र में उन्होनें अंतिम सांसे ली। वह कई दिनों से बिमारी के कारण अस्पताल में भर्ती थे। रामविलास पासवान भारतीय दलित राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार में केन्द्रीय मंत्री थे।
राम विलास पासवान का जन्म जामुन पासवान और श्रीमती के घर पर हुआ जो बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी गांव में रहने वाला एक दलित परिवार था। पासवान ने कोसी कॉलेज, पिल्खी और पटना विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की डिग्री हासिल की है। उन्होंने 1960 के दशक में राजकुमारी देवी से शादी की थी।
2014 में उन्होंने खुलासा किया कि उनके 1981 में लोकसभा के नामांकन पत्र को चुनौती दिए जाने के बाद उन्होंने उन्हें तलाक दे दिया था। उनकी पहली पत्नी से दो बेटियां, उषा और आशा हैं। 1983 में, उन्होंने रीना शर्मा से शादी की जो एक एयरहोस्टेस और अमृतसर से पंजाबी हिंदू परिवार से हैं। उनका एक बेटा और एक बेटी है। उनके बेटे चिराग पासवान नेता से पहले एक अभिनेता रह चुके हैं।
पासवान ने पिछले 32 वर्षों में 11 चुनाव लड़े और उनमें से नौ जीते। इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन इस बार सत्रहवीं लोकसभा में उन्होंने मोदी सरकार में एक बार फिर से उपभोक्ता मामलात मंत्री पद की शपथ ली। पासवान जी के पास छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड भी है।
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