मुंबई। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया जिसमें विवादित स्थान पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया है। पवार ने कहा कि शीर्ष अदालत का सर्वसम्मति से लिया गया फैसला एक गंभीर चिंता का समाधान करेगा जो देश को परेशान कर रही थी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘न्यायपालिका ने समाज के सभी वर्गों के हितों के संरक्षण की बात की है। यह अच्छी बात है।’’ राकांपा अध्यक्ष ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाये रखने की अपील करते हुए कहा, ‘‘एक महत्वपूर्ण, ऐतिहासिक फैसला दिया गया है। समाज के सभी वर्गों को इसका स्वागत और सम्मान करना चाहिए।’’
फैसले के बाद कुछ भाजपा नेताओं के राम मंदिर में दर्शन करने के संबंध में पवार ने कहा कि यह किसी का व्यक्तिगत अधिकार और पसंद है कि वह मंदिर जाए या मस्जिद। उन्होंने कहा, ‘‘इस पर टिप्पणी की जरूरत नहीं है। यह एक राजनीतिक मुद्दा है।’’
उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दलों ने फैसले का सम्मान किया है जो अच्छी बात है। पवार ने यह भी कहा कि फैसले का महाराष्ट्र की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लोग दो से तीन दिन में इस मुद्दे को भुला भी सकते हैं। महाराष्ट्र में सरकार गठन की देरी पर पवार ने कहा कि भाजपा और शिवसेना को सरकार बनानी चाहिए क्योंकि उन्हें जनादेश मिला है।
पवार ने कहा, ‘‘उनके पास संख्या है। हम इंतजार कर रहे हैं कि वे हमें विपक्ष में बैठने का अवसर कब देंगे।’’ उन्होंने यह भी कहा कि राकांपा के शिवसेना को समर्थन देने के विषय पर उनकी पार्टी में कोई चर्चा नहीं हो रही है।
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