Kisan Andolan: जींद में राकेश टिकैत का मंच गिरा, कर रहे थे महापंचायत
किसान नेता राकेश टिकैत आज जींद में आयोजित की गई महापंचायत में पहुंचे थे। वहां जिस मंच पर वो बैठे थे, वो गिरा पड़ा।
जींद. हरियाणा के जींद से बड़ी खबर है। जींद में किसान महापंचायत के लिए पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत जिस समय मंच पर मौजूद थे, उसी समय मंच गिर गया। दरअसल मंच पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, इसी वजह से मंच गिर गया। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने आज जींद रवाना होने से पहले कहा कि हमारा उद्देश्य यही रहेगा कि हम सभी गांव में जाएंगे और उन्हें इकठ्ठा करेंगे। जब तक सरकार किसानों की मांग को पूरा नहीं करते तब तक पूरे देश में ऐसी ही महापंचायत चलेगी। गनीमत कि बात ये है कि इस रैली में किसी के चोटिल होने की खबर नहीं है।
पढ़ें- 1000 किलो गोभी लेकर मंडी पहुंचा था किसान, रेट सुनकर हो गया दिमाग खराब, फेंक दी सारी उपज
देखिए वीडियो
मथुरा में भी पंचायत
आज भाकियू मथुरा में अपने आंदोलन को और गति देने के लिए 'खाप पंचायत' का आयोजन करने जा रहा है। इस पंचायत में भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत खुद शिरकत करने वाले हैं। भारतीय किसान यूनियन से जिले के सभी किसानों से आज खाप पंचायत में पहुंचने का निवेदन किया है। किसान यूनियन के इस कार्यक्रम को देखते हुए मथुरा प्रशासन ने सुरक्षा के बंदोबस्त बढ़ाए हुए हैं।
पढ़ें- चीन के खिलाफ अमेरिका का बड़ा बयान
दिल्ली की जेलों में बंद हैं 115 किसान : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि उन्हें किसानों की एक सूची मिली है, जिन्हें गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद दिल्ली में विभिन्न जेलों में डाल दिया गया था। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि आंदोलनकारी किसान नेताओं के एक समूह ने मंगलवार शाम को उनसे संपर्क किया और इन लापता किसानों को खोजने में मदद मांगी।
पढ़ें- अगले दो-तीन दिन कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम? IMD ने जताई ये संभावना
दिल्ली सरकार ने एक सूची भी सर्कुलेट की है, जिसमें 115 किसानों के नाम हैं, जो कथित रूप से लापता थे। उन्होंने कहा, "किसान नेताओं के एक समूह ने इन लापता किसानों को खोजने के लिए दिल्ली सरकार की मदद लेने के लिए कल मुझसे संपर्क किया। इन किसानों के परिजन तनावग्रस्त हैं और वे उनसे संपर्क करने में सक्षम नहीं हैं। दिल्ली सरकार उन लापता किसानों के नाम प्रसारित कर रही है, जो राष्ट्रीय राजधानी में अलग-अलग जेलों में बंद हैं।"
पढ़ें- एक बयान से महाराष्ट्र की सियासत में मचा 'महा-संग्राम', आक्रमक हुई भाजपा
मायावती ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी की वाजिब मांग को लेकर खासकर दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलित किसानों के प्रति सरकारी रवैये के कारण संसद के बजट सत्र में भी जरूरी कामकाज व जनहित के खास मुद्द पहले दिन से ही काफी प्रभावित हो रहे हैं। केन्द्र किसानों की मांग पूरी करके स्थिति सामान्य करे। उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि लाखों आन्दोलित किसान परिवारों में दहशत फैलाने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है। इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा।
पढ़ें- रिहाना जैसे लोगों की टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया, तथ्य समझने के लिए कहा