भोपाल। लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर जारी किए गए एग्जिल पोल्स के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता काफी उत्साहित हैं। इसी उत्साह के बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सोमवार को सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल क पत्र लिख विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग की है।
हालांकि गोपाल भार्गव में राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में अनेक ज्वलंत और तात्कालिक महत्व की समस्याओं पर चर्चा के लिए सत्र बुलाने की मांग की है, लेकिन मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “सरकार अपने आप गिर जाएगी। मैं खरीद-फरोख्त में विश्वास नहीं करता, लेकिन मुझे लगता है कि समय आ गया है और जल्द ही उन्हें जाना होगा”।
भारतीय जनता पार्टी के एक अन्य नेता राकेश सिंह ने कहा, “मध्य प्रदेश में उनकी सरकार अल्पमत में हैं और बैसाखियों पर खड़ी है। ये अपनी अंदरूनी विवादों की वजह से गिर पड़ेगी लेकिन फिलहाल हम लोकसभा चुनाव के परिणामों और केंद्र में सरकार बनाने पर फोक्स कर रह हैं। आज हम इस बात पर बातचीत नहीं कर रहे कि मध्य प्रदेश में किसकी सरकार रहेगी और किसकी नहीं”।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में किसी भी दल के पास पूर्ण बहुमत नहीं है। साल 2018 के आखिर में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 विधानसभा सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जिसके बाद 13 साल तक सूबे की कमान संभालने वाले शिवराज चौहान ने इस्तीफा दे दिया था। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 109 सीटें मिलीं थी। जिसके बाद कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी।
कमलनाथ ने किया भाजपा पर पलटवार
भारतीय जनता पार्टी पर कमलनाथ का प्रहार। कमलनाथ बोले, "हमारी सरकार बनने के बाद अगले ही दिन से सरकार गिराने की कोशिश कर रही है भाजपा। मैंने पिछले 5 महीनों में कम से कम चार बार बहुमत साबित किया है। अगर वो फिर चाहते हैं, तो हमें कोई परेशानी नहीं हैं। वो खुद को बचाने के लिए वर्तमान सरकार को गिराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हमारी सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है"।
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