जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को सीआरपीएफ के एक प्रशिक्षण केंद्र पर हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हो गए और दो आतंकवादी मारे गए। भारी मात्रा में हथियारों से लैस आतंकवादियों ने मध्य रात्रि के करीब दो घंटे बाद लाथपोरा इलाके के शिविर में प्रवेश किया और हथगोला फेंका और फिर अंधाधुंध गोलीबारी की। (राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने देशवासियों को दी नववर्ष की शुभकामनाएं )
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हो गए, जो करीब 12 घंटे चला।" जबरन घुसने के बाद दोनों आतंकवादी श्रीनगर -जम्मू राजमार्ग पर स्थित सीआरपीएफ शिविर में मारे जाने तक मोर्चा संभाले रहे। इस मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, आतंकियों ने कारयरतापूर्वक काम किया है और हमें अपने जवानों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि उनका बलिदान खाली नहीं जाएगा और पूरा देश जवानों के परिवार के साथ है।
यह हमला सीआरपीएफ के 185वीं बटालियन के कैम्प में दो से तीन आंतकवादी घुस गए थे। सीआरपीएफ के मुताबिक, आतंकियों ने पहले हथगोला फेंका और उसके बाद फायरिंग शुरू कर दी थी। बिल्डिंग को खाली करा लिया गया और यहां रहने वाले सारे लोगों को भी बाहर सुरक्षित निकाल लिया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दो से तीन आतंकवादियों ने सीआरपीएफ शिविर के मेन गेट के पास तैनात जवानों पर ग्रेनेड फेंके और ऑटोमैटिक हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की थी।
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