राजनाथ सिंह आज से जम्मू-कश्मीर के दौरे पर, अभियान स्थगन की करेंगे समीक्षा
राजनाथ सिंह राज्यपाल एन एन वोहरा, मुख्यमंत्री, शीर्ष असैन्य अधिकारियों, पुलिस एवं अद्धसैनिक बलों के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री इस बारे में भी कुछ घोषणा कर सकते हैं कि क्या अभियान को ईद के बाद तथा 28 जून से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा में भी लागू किया जाएगा।
नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू और कश्मीर के दौरे पर रवाना हुए। श्रीनगर में राजनाथ सिंह, रमजान में सीजफायर और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर सीएम महबूबा मुफ्ती के साथ बैठक करेंगे। मीटिंग के दौरान जम्मू और कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य भी मौजूद रहेंगे। सिंह वहां आतंकवाद रोधी अभियानों को स्थगित करने के निर्णय की समीक्षा करेंगे और एक सीमावर्ती जिले का दौरा करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा दिये जाने वाले इफ्तार में भी शामिल हो सकते हैं। सिंह अपने दौरे में राज्य की वर्तमान स्थिति विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्र एवं अशांत घाटी के हालात की समीक्षा करेंगे। घाटी में हाल में हिंसा की विभिन्न घटनाएं हुई हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि 16 मई के बाद की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की जाएगी जब केन्द्र ने रमजान के महीने में आतंकवाद रोधी अभियानों को एकपक्षीय ढंग से स्थगित करने का निर्णय किया था।
अधिकारी ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया की आवश्यकता अभियानों को स्थगित करने से नागरिकों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों को समझना है तथा इस पर विचार करना है कि क्या इसे आगे बढ़ाया जाए। सिंह राज्यपाल एन एन वोहरा, मुख्यमंत्री, शीर्ष असैन्य अधिकारियों, पुलिस एवं अद्धसैनिक बलों के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री इस बारे में भी कुछ घोषणा कर सकते हैं कि क्या अभियान को ईद के बाद तथा 28 जून से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा में भी लागू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सिंह की सुरक्षा बलों के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत में पथराव की हाल की घटनाओं, कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों पर हमले, सीमा के पास घुसपैठ की घटनाएं जैसे मुद्दे भी उठने की संभावना है। गृह मंत्री की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब हुर्रियत कांफ्रेंस से बातचीत की पेशकश की गयी है। हुर्रियत ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि वह बातचीत के लिए तभी राजी होगी जब पहल को लेकर स्पष्टता हो, जम्मू कश्मीर को ‘विवादित’ घोषित किया जाए तथा कुछ अन्य मांगों को मांग लिया जाए।
सिंह भारत पाक सीमा के पास की स्थिति की भी समीक्षा करेंगे। सीमा पार से होने वाली गोलाबारी में इस साल कम से कम 20 लोगों की जान गयी है तथा हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित 80 हजार करोड़ रूपये के पैकेज के तहत विभिन्न विकास योजनाओं की भी समीक्षा की जाएगी। सिंह की यात्रा के दौरान रोजगार सृजन तथा युवाओं को आकर्षित करने के लिए खेल आधारभूत सुविधाओं से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा सकता है। केन्द्र द्वारा 16 मई को आतंकवाद रोधी अभियानों को स्थगित करने की घोषणा के बाद से यह दूसरी उच्च स्तरीय यात्रा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले माह राज्य के तीनों क्षेत्रों लद्दाख, श्रीनगर एवं जम्मू का दौरा किया था। कश्मीर में अपने प्रवास के दौरा सिंह सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा का दौरा करेंगे। जिले में वह सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत चलायी जा रही कुछ परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। सिंह अपनी यात्रा के दूसरे दिन जम्मू जाएंगे और अंतरराष्ट्रीय सीमा की स्थिति की समीक्षा करेंगे। इस क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना द्वारा की गयी गोलाबारी में एक दर्जन सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 20 लोग मारे गये थे। केन्द्र सरकार पहले ही यह निर्णय कर चुकी है कि जम्मू कश्मीर में 28400 से अधिक बंकर बनाए जाएंगे ताकि भारत पाक सीमा के समीप रहने वाले जम्मू कश्मीर के निवासियों की सुरक्षा की जा सके। इन लोगों को पाकिस्तानी पक्ष की ओर से अक्सर की जाने वाली गोलाबारी का सामना करना पड़ रहा है।