Rajat Sharma's Blog: अहमदाबाद में उद्घाटन के लिए तैयार है दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम
700 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है, जो मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से बड़ा है। यह स्टेडियम सिर्फ एक स्टेडियम नहीं है, बल्कि ये भारत के लिए गौरव की बात है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम अहमदाबाद में बनकर तैयार है। इस स्टेडियम का उद्घाटन अगले महीने होगा। 700 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है, जो मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से बड़ा है। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की क्षमता एक लाख दर्शकों के बैठने की है।
सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर मोटेरा स्थित इस क्रिकेट स्टेडियम में विश्व स्तरीय सुविधाएं हैं। दर्शक बिना किसी बाधा के मैच देख सकें, इसके लिए स्टेडियम में कोई भी खंभा नहीं दिया गया है। पर्यावरण की दृष्टि से यह एक 'ग्रीन स्टेडियम' है और जल प्रबंधन प्लांट के चलते यहां पानी की एक भी बूंद बेकार नहीं जाएगी। इस स्टेडियम में इस्तेमाल के बाद बचे हुए पानी से यहां के ग्राउंड को हरा-भरा बनाए रखा जा सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे, उस समय इस स्टेडियम की योजना बनी थी। 2017 में स्टेडियम के निर्माण का काम शुरू हुआ और अब तीन साल में यह बनकर तैयार है।
इस स्टेडियम के हर स्टैंड में फूड कोर्ट और हॉस्पिटैलिटी एरिया है। वहीं, इनडोर प्रैक्टिस पिच से सुसज्जित क्रिकेट एकेडमी के लिए भी जगह है। 55 कमरों का क्लब हाउस, आउटडोर और इनडोर गेम्स के लिए जगह तथा 40 अन्य खेलों के लिए भी सुविधाएं उपलब्ध हैं। ओलंपिक के साइज का स्विमिंग पूल और सभी सुविधाओं से लैस जिम भी है। यह स्टेडियम अहमदाबाद मेट्रो से जुड़ा हुआ है। यहां करीब तीन हजार कारों और 10 हजार दुपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा है।
इस स्टेडियम की फ्लड लाइड्स अन्य स्टडियमों की तुलना में बेहद अलग हैं। आमतौर पर काफी ऊंचे टॉवर पर फ्लड लाइट्स लगाए जाते हैं, लेकिन यहां हॉलैंड से आयातित फ्लड लाइट्स को स्टेडियम की छत पर लगाया गया है। इन फ्लड लाइट्स से खिलाड़ियों को खेल के दौरान किसी तरह की समस्या नहीं होगी। आमतौर पर फिल्डिंग के दौरान बेहद ऊंचाई वाले कैच लेने में खिलाड़ियों को समस्या का सामना करना पड़ता है।
मोटेरा स्थित इस स्टेडियम में 75 कॉरपोरेट बॉक्स हैं, जबकि भारत के अन्य स्टेडियमों में केवल 20 से 25 कॉरपोरेट बॉक्स ही होते हैं। इस स्डेयिम में एक प्रेसिडेंशियल सुइट भी होगा।
मैंने जब इस स्टेडियम के पूरे दृश्य को देखा तो एक बात तो साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा बड़ा और बहुत बड़ा सोचते हैं। यह स्टेडियम सिर्फ एक स्टेडियम नहीं है, बल्कि ये भारत के लिए गौरव की बात है। दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति सरदार पटेल की 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की तरह यह स्टेडियम भी गौरव की निशानी है। इन दोनों को देखने के बाद, किसी भी भारतीय को अपने देश पर गर्व की अनुभूति होती है।
अब चर्चा तो इस बात की है कि अगर अगले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए तो इसी स्टेडियम में उनका शानदार स्वागत होगा। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब डोनाल्ड ट्रंप स्टेडियम के अंदर एक लाख से ज्यादा लोगों को 'मोदी-मोदी' के नारे लगाते देखेंगे तो उनपर क्या असर होगा। (रजत शर्मा)
देखें, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 27 जनवरी 2020 का पूरा एपिसोड