Rajat Sharma’s Blog: इस्लामी आतंक के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करें दुनिया के देश
वियना आतंकी हमले के विजुअल्स देखकर 12 साल पहले 26/11 को हुए मुंबई आतंकवादी हमलों की भयावह यादें ताजा हो गईं। उस दिन पाकिस्तानी आतंकवादियों ने भारत की वित्तीय राजधानी में भारी तबाही मचाई थी।
फ्रांस में निर्दोष लोगों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किए गए निर्मम आतंकी हमलों के कुछ ही घंटों बाद ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना से भी कुछ ऐसी ही खबरें सामने आईं। खुद को कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का हमदर्द बताने वाले मैसिडोनिया निवासी एक कट्टरपंथी ने सोमवार की शाम वियना में एक सिनेगॉग (यहूदियों की इबादतगाह) के पास लोगों पर हमला किया।
कुजतिम फेजुलाई नाम के एक 20 वर्षीय युवक ने, जिसने कुछ वक्त जेल में भी गुजारा था, अपनी कलाशनिकोव राइफल से वियना के एक व्यस्त इलाके में अंधाधुंध फायरिंग करके 4 लोगों को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए फेजुलाई को मार गिराया। मंगलवार को इस्लामिक स्टेट ने अपनी न्यूज एजेंसी अमाक के जरिए इन आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली और फेजुलाई को अबू दग्नाह अल-अल्बानी का नाम दिया। इस्लामिक स्टेट ने हमलावर को ‘खिलाफत का एक सिपाही’ करार दिया।
ऑस्ट्रिया के चांसलर सेबेस्टियन कुर्ज ने इसे 'राजनीतिक इस्लाम' का नाम देते हुए यूरोपियन यूनियन से इससे निपटने के लिए संयुक्त तौर पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह कट्टरपंथी इस्लामिक विचारधारा यूरोपीय जीवन पद्धति के मॉडल के लिए एक खतरे के रूप में सामने आई है। पड़ोसी देश स्विट्जरलैंड की पुलिस ने इस हमले के सिलसिले में 2 लोगों को पकड़ा है।
अपने शो 'आज की बात' में हमने दिखाया था कि कैसे आतंकवादी ने पहले 2 व्यक्तियों पर गोलियां बरसाईं। इसी बीच उनमें से एक शख्स मदद के लिए रोते हुए जमीन पर लेट गया, लेकिन फिर भी आतंकी का दिल नहीं पसीजा। वह वापस आया और बेरहमी से उसके जिस्म में गोलियां उतार दीं। इस निर्मम हत्या की जितनी निंदा की जाए कम है। इस आतंकी हमले में एक वेट्रेस, एक युवा राहगीर, एक महिला और एक बुजर्ग शख्स, कुल 4 मासूम लोग मारे गए।
इस आतंकी हमले के विजुअल्स देखकर 12 साल पहले 26/11 को हुए मुंबई आतंकवादी हमलों की भयावह यादें ताजा हो गईं। उस दिन पाकिस्तानी आतंकवादियों ने भारत की वित्तीय राजधानी में भारी तबाही मचाई थी। वियना को दुनिया की ‘म्यूजिक कैपिटल’ के रूप में जाना जाता है। यहां के नागरिक शांति प्रिय माने जाते हैं और इस शांत शहर में इसके पहले शायद की कभी कोई आतंकी हमला हुआ हो। किसी भी ऑस्ट्रियाई को ऐसे आतंकी हमले का कभी सपने में भी गुमान नहीं हुआ होगा। मैं कई बार वियना गया हूं और यहां के मिलनसार लोगों को देखकर मुझे हमेशा अच्छा लगा है। वियना हमेशा इस बात पर गर्व करता रहा है कि वह अपने नागरिकों को शानदार जीवन स्तर देने के मामले में दुनिया के सबसे अच्छे शहरों में से एक है।
ऑस्ट्रियाई सुरक्षा बलों ने अब तक वियना और उसके आसपास की 18 जगहों पर छापा मारा है और इन हमलों के सिलसिले में कुल 14 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को अभी भी बंदूकधारी के संभावित साथियों की तलाश है। पुलिस ने कहा कि आतंकी ने एक फेक टेररिस्ट बेल्ट पहना था और उसने अपने कंप्यूटर एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें वह एक ऑटोमैटिक राइफल और खंजर लिए हुए था। तस्वीर में नजर आए इन हथियारों का इस्तेमाल हमले के दौरान किया गया था।
ऑस्ट्रिया लिविंग स्टैंडर्ड के मामले में दुनिया के 20 सबसे अच्छे देशों में शामिल है। यह प्रति व्यक्ति आय के मामले में दुनिया में सबसे आगे रहने वाले मुल्कों में है। कूटनीतिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन, जिसे 1961 में हस्ताक्षरित किया गया था, सभी सदस्य देशों के राजनयिकों को प्रतिरक्षा प्रदान करता है। जिस मुल्क का नाम दुनिया भर में ह्यूमन राइट्स के मामले में लिया जाता है, अब उस देश में इस्लामिक आतंकवाद ने दस्तक दी है। इस आतंकी हमले को लेकर पूरी दुनिया में नाराजगी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में हमले की निंदा करते हुए कहा, 'वियना में कायराना आतंकी हमले से स्तब्ध और दुखी हूं। इस घड़ी में भारत, ऑस्ट्रिया के साथ खड़ा है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ हैं।'
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि उनका देश ‘ऑस्ट्रिया के लोगों के सदमे और दुःख को साझा करता है, यह हमारा यूरोप है। हमारे दुश्मनों को पता होना चाहिए कि वे किसके साथ डील कर रहे हैं। हम हार नहीं मानेंगे।’ सोमवार को अफ्रीका के माली में फ्रांसीसी वायु सेना के मिराज लड़ाकू विमानों ने हवाई हमलों में अलकायदा के 50 से ज्यादा आतंकी मार गिराए। बुर्किना फासो और नाइजर की सरहद पर फ्रांसीसी मिसाइलों ने मोटरसाइकिलों के काफिले में जा रहे इन जिहादियों पर हमला किया था।
फ्रांस ने पिछले एक सप्ताह में कई इस्लामी आतंकी हमलों का सामना किया है। इन हमलों में 2 लोगों की बेरहमी से सिर कलम करने की घटनाएं भी शामिल हैं। फ्रांसीसी सरकार इस्लामी आतंक को इसके सभी रूपों में कुचलने का संकल्प कर चुकी है, और सुदूर माली में हम इसकी बानगी देख भी चुके हैं।
यह देखकर अच्छा लग रहा है कि दुनिया के नेता अब इस्लामिक आतंक को विश्व शांति के लिए गंभीर खतरा मान रहे हैं। फ्रांसीसी सेना द्वारा किए गए हवाई हमले पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हवाई हमलों की याद दिलाते हैं। इन हमलों में भारतीय वायुसेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है, जिन्होंने कश्मीर में पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों का सफाया करने के लिए पहले नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक का आदेश दिया और फिर पुलवामा आतंकी हमले के बाद एयरस्ट्राइक का आदेश दिया। अब वक्त आ गया है कि दुनिया के नेता इस्लामी जिहादी आतंकवाद के खात्मे के लिए हाथ मिला लें। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 03 नवंबर, 2020 का पूरा एपिसोड