Rajat Sharma’s Blog: पीएम मोदी ने 25 मार्च को ही पूरे देश में लॉकडाउन लागू करने के लिए क्यों चुना
प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत सोच-समझकर ऐसे समय में लॉकडाउन की घोषणा की जब लोगों को कम कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन का पहला दिन था। गुजरात, दिल्ली, मुंबई और यूपी की कुछ जगहों को छोड़कर, जहां पुलिस को बेवजह सड़क पर निकलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, ज्यादातर जगहों पर लोग अपने घरों में ही रहे। जो लोग अभी भी हमारे ऊपर मंडरा रहे खतरे से वाकिफ नहीं हैं, उन्हें अब सतर्क हो जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने हरसंभव तरीके से, हाथ जोड़कर, लोगों से घर में रहने की अपील की है और सोशल डिस्टैंसिंग की आवश्यकता को समझाया है। कृपया समझें: कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। यदि आप संक्रमित हैं, तो आप अपने जीवन के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों और अपने पड़ोसियों के जीवन को भी खतरे में डाल देंगे। घर पर ही रहिए। कोरोना वायरस अमीर और गरीब के बीच अंतर नहीं करता है, इसका हमला किसी पर भी हो सकता है।
इटली, अमेरिका और ईरान में लोग बड़ी संख्या में मर रहे हैं। इन देशों ने सोशल डिस्टैंसिंग को नजरअंदाज करने की गलती की और सही समय पर लॉकडाउन लागू नहीं किया। हम नहीं चाहते कि यह महामारी भारत में भी विकराल रूप धारण करे। भगवान न करे, अगर ऐसा होता है तो हमारी सड़कों पर लाशों के ढेर दिख सकते हैं। हमारी सरकार ने सही समय पर लॉकडाउन लागू किया है और हमें दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और घर पर ही रहना चाहिए। भगवान के लिए कृपया एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
आइए समझते हैं कि हमारे पीएम ने यही समय लॉकडाउन के लिए क्यों चुना। 25 मार्च को नवरात्रि और गुड़ी पड़वा का पहला दिन था। इसके बाद 2 अप्रैल को राम नवमी, 6 अप्रैल को महावीर जयंती, 10 अप्रैल को गुड फ्राइडे और 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती भी है। 3 शनिवार और 3 रविवारों के साथ बीच में ये 5 छुट्टियां पड़ रही हैं। इस तरह कुल 21 दिनों में 11 छुट्टियां हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत सोच-समझकर ऐसे समय में लॉकडाउन की घोषणा की जब लोगों को कम कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। नवरात्रि के दौरान लाखों लोग उपवास करते हैं। इसलिए लॉकडाउन की तारीखों का चुनाव काफी सावधानी से किया गया था।
मैं 37 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। मैंने संकट के समय में काम करने वाले कई प्रधानमंत्रियों को करीब से देखा है। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से इस वैश्विक महामारी को संभाला है, वह तारीफ के काबिल है। राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में हमें उनका पूरा समर्थन करना चाहिए। ऐसे समय में जब दुनिया के बड़े-बड़े नेता बेबस दिखाई दे रहे हैं, मोदी ने पहले जनता कर्फ्यू के माध्यम से हालात का जायजा लिया और फिर लोगों का विश्वास और समर्थन हासिल करके पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की।
भारत में जितनी बड़ी एक्सर्साइज हो रही है, वैसी दुनिया में कभी किसी ने नहीं देखी। यह हमारा सौभाग्य है कि देश का नेतृत्व नरेंद्र मोदी के सक्षम हाथों में है। एक तरफ तो वह दुनिया के बड़े देशों द्वारा महामारी से निपटने के तरीकों पर कड़ी नजर रखते हुए उनका विश्लेषण कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी जंग में हेल्थकेयर और लॉकडाउन से जुड़ी छोटी से छोटी चीजों पर निगाह रखे हुए हैं। चलिए, 21 दिन के इस लॉकडाउन को शानदार तरीके से सफल बनाया जाए। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 25 मार्च, 2020 का पूरा एपिसोड