Rajat Sharma's Blog: ट्रंप की ऐतिहासिक भारत यात्रा चीन और पाकिस्तान को बड़ा संदेश देगी
यह विश्व मंच पर भारत-अमेरिका की दोस्ती का एक जबर्दस्त संदेश दे सकता है। माना जा रहा है कि जिस रास्ते से होकर अमेरिकी राष्ट्रपति एयरपोर्ट से मोटेरा जाएंगे उस रास्ते पर लाखों लोगों की भीड़ मौजूद होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप, उनकी बेटी इवांका और दामाद जेरेड कुश्नर का आगामी 24 फरवरी को अहमदाबाद में भारत आगमन पर भव्य स्वागत किया जाएगा। यह विश्व मंच पर भारत-अमेरिका की दोस्ती का एक जबर्दस्त संदेश दे सकता है। माना जा रहा है कि जिस रास्ते से होकर अमेरिकी राष्ट्रपति एयरपोर्ट से मोटेरा जाएंगे उस रास्ते पर लाखों लोगों की भीड़ मौजूद होगी। मोटेरा में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया है। ट्रंप का स्वागत करने के लिए स्टेडियम में एक लाख से भी ज्यादा लोग मौजूद रहेंगे। इतनी बड़ी भीड़ अमेरिकी राष्ट्रपति के किसी भी विदेशी दौरे पर नहीं देखी गई है।
गुरुवार को डोनाल्ड ट्रंप ने उस भव्य स्वागत समारोह के बारे में बात की जिसकी वह गुजरात में उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने भारत में अपने संभावित स्वागत समारोह की तुलना कोलोराडो में स्थित 60000 सीटों वाले स्टेडियम से करते हुए कहा, ‘अबसे यह मूंगफली जितना बड़ा दिखने वाला है।’ अमेरिका की फर्स्ट फैमिली आगरा में स्थित विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल में अपनी शाम गुजारेगी। यात्रा का दूसरा दिन ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दिल्ली में गंभीर बातचीत होगी, जिसमें इन नेताओं के मंत्री और अधिकारी भी शामिल होंगे।
मैं कई मायनों में ट्रंप की यात्रा को खास नजरिए से देखना चाहूंगा। इस साल के अंत में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, और पिछले साल टेक्सास के ह्यूस्टन में आयोजित ‘हाउडी मोदी!’ रैली में 50,000 NRIs की जबर्दस्त भीड़ को देखने के बाद ट्रंप को अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के लोगों के बीच हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का अंदाजा हो गया है। ट्रंप ने खुद स्वीकार किया है कि अब उन्हें रैलियों में बड़ी भीड़ देखने की आदत हो गई है। इस बार नरेंद्र मोदी ने मोटेरा स्टेडियम में ट्रंप के स्वागत के लिए लगभग 1.25 लाख लोगों को आमंत्रित किया है।
अमेरिका में आमतौर पर इतनी बड़ी भीड़ बहुत ही कम देखने को मिलती है लेकिन हम जानते हैं कि हमारे देश में मोदी चाहें तो 10 लाख लोग भी इक्कठा कर सकते हैं। स्वाभाविक रूप से डोनाल्ड ट्रंप बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड हैं। पहले उन्होंने कहा था कि भारत में 70 लाख लोग उनका स्वागत करेंगे और शुक्रवार को उन्होंने यह संख्या बढ़ाकर एक करोड़ कर दी। ट्रंप भले ही लाख और मिलियन के बारे में कंफ्यूज हो गए हों, लेकिन हमें इन सब बातों को अलग रखते हुए ट्रंप की अपेक्षाओं और उत्साह के पीछे की सोच को समझने की कोशिश करनी चाहिए। ट्रंप पीएम मोदी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों को काफी महत्व देते हैं।
गुरुवार को ट्रंप ने दावा किया कि फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने उन्हें व्यक्तिगत तौर पर बताया कि वह फेसबुक पर नंबर 1 हैं। एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा, ‘फेसबुक के हेड मिस्टर जकरबर्ग 3 सप्ताह पहले मिले थे। उन्होंने कहा, बधाई। मैंने कहा, किस चीज के लिए? उन्होंने कहा, आप फेसबुक पर नंबर वन हैं। मैंने कहा, यह बढ़िया है, मैं ट्विटर पर भी नंबर 1 हूं..और मैंने प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं दीं। मैंने कहा, आप जानते हैं कि आपके पास 1.5 अरब लोग हैं और मेरे पास केवल 35 करोड़ लोग हैं। आपके पास एडवांटेज है।’
हालांकि तथ्यों की बात करें तो अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेसबुक पर नंबर 1 हैं। उन्हें 44 मिलियन लोग फॉलो करते हैं, जबकि ट्रंप के फेसबुक अकाउंट पर कुल 27 मिलियन फॉलोवर्स हैं। मुझे याद है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल इंडिया टीवी के 'सलाम इंडिया' कार्यक्रम में लोकसभा चुनावों के दौरान मुझसे बात की थी, तो उन्होंने ट्रंप के साथ अपने व्यक्तिगत तालमेल के बारे में बताया था। मोदी ने तब खुलासा किया था कि कैसे ट्रंप खुद उन्हें व्हाइट हाउस के दौरे पर ले गए और उन्हें अब्राहम लिंकन का कमरा एवं अमेरिकी इतिहास की अन्य चीजें दिखाईं। पीएम मोदी ने बताया कि इस दौरान उन्होंने खुलकर बात की थी।
ट्रंप और उनके परिवार की यह भारत यात्रा इन दो महान हस्तियों के बीच के व्यक्तिगत संबंध को दर्शाती है। भारत को निश्चित रूप से इस यात्रा से फायदा होने जा रहा है। एक तरफ तो पाकिस्तान को और उसका साथ देने वाले टर्की और मलेशिया को साफ मैसेज मिलेगा, दूसरी तरफ चीन को भी दिखाई देगा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते कितने मजबूत हैं। (रजत शर्मा)
देखिए, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 21 फरवरी 2020 का पूरा एपिसोड