Rajat Sharma Blog: जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए स्वामी रामदेव के विचारों को सराहा जाना चाहिए
उनके इस बयान के बाद विवाद पैदा हो गया है और अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ नेताओं ने उनके इरादों पर सवाल उठाए हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि हमारे देश की अधिकांश समस्याओं के मूल में जनसंख्या है।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने सुझाव दिया है कि जिन लोगों के 2 से ज्यादा बच्चे हों उनसे वोटिंग का अधिकार और सरकारी लाभ छीन लिए जाने चाहिए। बुधवार को अलीगढ़ में एक कार्यक्रम में बोलते हुए स्वामी रामदेव ने कहा, ‘देश में जनसंख्या पर काबू पाने के लिए 2 से अधिक बच्चे पैदा करने वालों के वोट देने का अधिकार, नौकरियां और इलाज की सुविधा को वापस ले लिया जाए। उन्हें सरकारी स्कूलों या सरकारी अस्पतालों में प्रवेश भी नहीं दिया जाना चाहिए। इस संकल्प के रास्ते में कोई जाति, कोई धर्म, कोई राजनीति नहीं आनी चाहिए।'
उनके इस बयान के बाद विवाद पैदा हो गया है और अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ नेताओं ने उनके इरादों पर सवाल उठाए हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि हमारे देश की अधिकांश समस्याओं के मूल में जनसंख्या है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कितने स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और सड़कें बनाते हैं, ये सारी चीजें हमारे देश की लगभग 130 करोड़ की विशाल आबादी के सामने ऊंट के मुंह में जीरे जैसी लगती हैं।
अधिकांश राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को इस बात का एहसास है, लेकिन उनके अंदर इतनी हिम्मत नहीं है कि वे परिवार नियोजन का पालन न करने वाले जोड़ों से वोटिंग के आधिकार वापस लेने और सरकारी सुविधाओं के लाभ से वंचित करने की बात कह सकें। साफतौर पर उनके अंदर जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए जरूरी राजनीतिक इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प नहीं है। इसका एक मुख्य कारण 1975 की कुछ घटनाएं हो सकती है।
दरअसल, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1975 में आपातकाल लागू किया तो उनके बेटे संजय गांधी ने जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर नसबंदी अभियान चलाया था। इस दौरान जबरन नसबंदी की कई खबरें आईं थीं, और 1977 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद केंद्र की किसी भी सरकार की नसबंदी अभियान को उस पैमाने पर लागू करने की हिम्मत नहीं हुई।
जनसंख्या विस्फोट पर स्वामी रामदेव की सोच की तारीफ की जानी चाहिए। यह सुनिश्चित करना सभी भारतीयों का कर्तव्य है कि जनसंख्या वृद्धि अपनी हद में रहे, ताकि सभी को विकास का फायदा समान रूप से मिले। यदि हम ऐसा करने में नाकाम रहते हैं तो हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक ऐसा देश छोड़कर जाएंगे जो जनसंख्या विस्फोट से ग्रस्त होगा। इसीलिए बढ़ती हुई जनसंख्या पर पूरी ताकत से लगाम लगाने के लिए हम सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए। (रजत शर्मा)
देखें, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 24 जनवरी 2019 का पूरा एपिसोड